अपने अधिकारों का ज्ञानी अपने जीवन की पटकथा बेहतर लिखता है: DGP ओ पी सिंह
रण-समर फ़ाउंडेशन की ओर से गांधी जी की 150वीं वर्षगांठ के अवसर पर 'अपने अधिकारों को जानें' विषय पर परिचर्चा आयोजित
तौक़ीर सिद्दीक़ी
लखनऊ: अगर आपको अपने अधिकारों का ज्ञान है तो आप अपने जीवन की पटकथा सरलता से लिख सकते हैं, यह बात प्रदेश के पुलिस महानिदेशक ओ पी सिंह ने रण-समर फ़ाउंडेशन की ओर से गांधी जी की 150वीं वर्षगांठ के अवसर पर 'अपने अधिकारों को जानें' विषय पर आयोजित एक परिचर्चा में कही|
उन्होंने परिचर्चा में उपस्थित महिलाओं से सवाल किया की क्या वह निर्णय लेने में अपने को सक्षम पाती हैं, उन्होंने कहा कि उनके पास महिला प्रधान जब भी आती हैं तो उनके पति उनके साथ होते हैं और वही सारी समस्याओं को बताते हैं जबकि महिला प्रधान चुपचाप बैठी रहती हैं, उनके पास पोलिटिकल पावर तो है निर्णय लेने की क्षमता नहीं है उन्होंने कहा कि सही एम्पावरमेंट तब होगा जब महिलाओं में निर्णय लेने की क्षमता बढ़ेगी|
पुलिस महानिदेशक ने महिलाओं से कहा वह अपने मन में ज़रूर सोचें कि वह अपने पति, पिता, भाई के सामने कितनी सशक्त हैं और तब वह सच्चे दिल से बोले की अभी उन्हें सशक्तिकरण की कितनी सीढ़ियां चढ़नी हैं तब हमारा देश आगे बढ़ पायेगा| उन्होंने कि महिलाओं की सुरक्षा और समृद्धि हमारी प्राथमिकता है|
श्री ओ पी सिंह ने यूपी पुलिस की बात करते हुए कहा कि दुनिया का सबसे बड़ा फ़ोर्स है यूपी पुलिस, इसके बावजूद पुलिस की क्या समस्याएं होती हैं क्या चुनौतियाँ होती हैं हम सब परिचित हैं| हम सभी जानते हैं कि यहाँ महिलाओं के साथ किस तरह के अपराध किये जाते हैं, ऐसा लगता है कि अपराधीकरण उत्तर प्रदेश के DNA में बसा है और इस DNA को हटाने के लिए बहुत से नवाचार करने पड़ेंगे लेकिन फिर भी स्थिति में काफी सुधार हुआ है| उन्होंने कहा कि यह हम सब की ज़िम्मेदारी है कि हम महिला सशक्तिकरण के बारे में सोचें, उन्हें शिक्षित करें और उन्हें एक जागरूक नागरिक की तरह उनके अधिकारों के बारे में बताएं | महिलाऐं अधिकारों की अज्ञानता के कारण शिकायत नहीं दर्ज कराती| उन्होंने महिलाओं से अपील कि अपने अधिकारों को पहचानें और उनका प्रयोग करें, आप अपने अधिकारों का प्रयोग करेंगी तो आपको फायदा होगा और देश व समाज को फायदा होगा| अगर आप अपने अधिकारों का दुरूपयोग करेंगी तो आप महिला सशक्तिकरण के विकासशील गति को धक्का पहुंचाएंगी|