बिहार में पेड़-दीवार गिरने से सात लोगों की मौत
पटना: बिहार के राजधानी पटना से सटे खगौल में रविवार को पेड़ गिरने से चार लोगों की मौत हो गई। अभी तक जो सूचना मिल रही है उसके अनुसार विशालकाय पेड़ एक ऑटो पर जा गिरा। इस हादसे में चार लोगों की मौत हो गई। मृतकों में तीन महिला और एक बच्चा शामिल है। जानकारी के अनुसार ये सभी दुल्हिनबाजार के रहने वाले थे और इलाज कराने आए थे। सभी एक ही परिवार के बताए जा रहे हैं। दानापुर एएसपी अशोक मिश्रा ने इसकी पुष्टि की है।
वहीं भागलपुर के गंगा किनारे हनुमान घाट पर मंदिर की दीवार ढह गई है। इस हादसे में 3 लोगों की मौत हो गई है। मलबे में कई लोगों के दबे होने की आशंका है। राज्य आपदा प्रबंधन बल रेस्क्यू ऑपरेशन में जुट गया है। रिपोर्ट के मुताबिक कई लोगों के यहां दबे होने की आशंका है। बता दें कि भागलपुर में पिछले चार दिनों से लगातार बारिश हो रही है।
इसके अलावा पटना और बिहार के अन्य जिलों में हो रही लगातार बारिश के कारण रेल परिचालन पर व्यापक असर पड़ा है। शनिवार को पटना जानेवाली कई ट्रेनों को रद्द कर दिया गया। शनिवार की रात 11.15 बजे पटना से खुलने वाली पटना-धनबाद गंगा दमादोर को रद्द कर दिया गया। शनिवार की सुबह धनबाद से पटना जानेवाली धनबाद-पटना एक्सप्रेस को जसीडीह से ही वापस धनबाद लौटा दिया गया। इसी तरह हटिया-पटना पाटलिपुत्रा एक्सप्रेस मोकामा स्टेशन से वापस लौट गई।
शनिवार को बंगाल से खुल कर मेनलाइन (झाझा-मोकामा) होते हुए पटना और आगे के स्टेशनों तक जाने वाली कई ट्रेनें आसनसोल-धनबाद-गया होकर चलीं। डाउन में आने वाली बंगाल की ट्रेनें भी धनबाद होकर चलीं। 12303 हावड़ा-नई दिल्ली पूर्वा एक्सप्रेस पटना के बजाय धनबाद होकर चली। इसी तरह 13049 हावड़ा-अमृतसर एक्सप्रेस और 12369 हावड़ा-हरिद्वार एक्सप्रेस भी धनबाद-गया-पंडित दीनदयाल उपाध्याय स्टेशन होकर अपने गंतव्य तक गईं।
डाउन की ट्रेनों में 13050 अमृतसर-हावड़ा एक्सप्रेस, 13134 वाराणसी-सियालदह एक्सप्रेस और 11106 झांसी-कोलकाता एक्सप्रेस पटना के बजाय वाया गया-धनबाद-आसनसोल होकर बंगाल पहुंचीं।
उत्तर प्रदेश के पूर्वी और मध्य पूर्वी इलाके में बारिश ने लोगों को परेशानी में डाल दिया है। बारिश के चलते फसलें बर्बाद हो चुकी हैं जबकि शनिवार को बारिश के चलते विभिन्न जिलों में मकान व पेड़ गिरने और सड़कें धंसने से 31 लोगों की मौत हो गई। जबकि कई लोग जख्मी हो गए। मौसम विभाग की मानें तो अभी 24 घंटे मौसम के ऐसा ही बना रहेगा।
सितंबर का आखिरी हफ्ता है और मानसून अपने आखिरी पड़ाव में है। 60 साल में पहली बार इस साल मानसून के 15 दिन की देरी से लौटने का अनुमान है। मौसम विभाग के मुताबिक इस बार मानसून 15 अक्तूबर तक जारी रह सकता है। 1960 के बाद यह पहली बार है, जब मानसून इतनी देरी से अलविदा कहेगा।