नई दिल्ली: पुणे शहर में बुधवार से जारी भारी बारिश से बाढ़ जैसे हालात पैदा हो गए हैं। कई जगहों पर पेड़ और पोल गिर पड़े जिसके गाड़ियां क्षतिग्रस्त हो गईं। वहीं, लगातार हो रही मूसलाधार बारिश के कारण देर रात कटराज कनाल की दीवार टूटने के कारण 11 लोगों की जान चली गई। वहीं, एक नाले में 5 लोग बह गए जिनमें से 3 के शव बरामद कर लिए गए हैं। आशंका जताई गई है कि यह आंकड़े अभी और भी बढ़ सकते हैं। हालात को देखते हुए एनडीआरएफ की तीन टीमें भेजी गई हैं जो राहत और बचाव कार्य में जुट गई हैं। वहीं, शहर की कई तहसीलों में स्कूल-कॉलेजों में गुरुवार को छुट्टी कर दी गई है।

पुणे में मॉनसून काफी सक्रिय है जिस कारण पिछले दिनों से वहां लगातार भारी बारिश हो रही है। इसका असर गुरुवार सुबह देखने को मिला। बुधवार देर रात कटराज कनाल की दीवार गिरने से दो महिलाओं और एक बच्चे समेत 7 लोगों की मौत हो गई। खेड़ शिवपुर के पास 5 लोग एक नाले में पानी का स्तर बढ़ने से बह गए। पुलिस ने तीन शव बरामद कर लिए हैं जबकि 2 की खोज चल रही है। कई जगहों पर पेड़ और पोल गिर पड़े जिससे गाड़ियां क्षतिग्रस्त हो गईं। लेक टाउन से बीबवेवाड़ी जाने वाला पुल भी टूट गया। हालात को देखते देखते हुए पुणे के जिला कलेक्टर नवल किशोर राम ने पुणे शहर, पुरंदर, बारामती, भोर और हवेली तहसील में स्कूल-कॉलेजों में छुट्टी कर दी है।

स्थिति से निपटने के लिए कटराज, बारामती और कॉर्पोरेशन ऑफिस में एनडीआरएफ की एक-एक टीम भेजी गई है। एक निजी मौसम एजेंसी के मुताबिक इस साल का सितंबर महीना सबसे ज्यादा बारिश वाला रहा। शहर के कई इलाकों में भारी जलभराव रहा है और बिजली आपूर्ति भी ठप हो गई है। पद्मावती पंपिंग स्टेशन प्रभावित होने के कारण सतारा रोड, कोंढावा, बीबवेवाड़ी, सहकारनगर, मार्केटयार्ड, बालाजीनगर और ढंकावाड़ी में पानी सप्लाइ भी बंद रहेगी।