विश्व मुक्केबाजी चैंपियनशिप: पंघाल के हाथ से फिसला गोल्ड, फिर भी रचा इतिहास
एकातेरिनबर्ग: एशियन चैंपियन अमित पंघाल ने शनिवार को रूस के एकातेरिनबर्ग में आयोजित वर्ल्ड बॉक्सिंग चैंपियनशिप 2019 के 52 किग्रा भार वर्ग में सिल्वर मेडल जीतकर इतिहास रच दिया। भारत के स्टार मुक्केबाज अमित पंघल वर्ल्ड चैंपियनशिप में सिल्वर मेडल हासिल करने वाले पहले भारतीय पुरुष मुक्केबाज बन गए हैं। टूर्नामेंट में दूसरी वरीयता प्राप्त पंघाल को फाइनल मुकाबले में रियो ओलंपिक के स्वर्ण पदक विजेता उज्बेकिस्तानी मुक्केबाज शाखोबिदिन जोइरोव ने 5-0 से हराया। सभी पांच जजों ने एकमत से शाखोबिदिन जोइरोव के पक्ष में अपना फैसला सुनाया और पंघल को रजत पदक से संतोष करना पड़ा। अमित पंघल सेमीफाइनल मुकाबले में कजाकिस्तान के साकेन बिबोसिनोव को हराकर वर्ल्ड बॉक्सिंग चैंपियनशिप 2019 के फाइनल में पहुंचने वाले पहले भारतीय पुरुष बॉक्सर बने थे।
भारतीय मुक्केबाज पहले राउंड में डिफेंसिव अंदाज में खेलते नजर आए। दूसरे राउंड में उन्होंने मौके बनाने शुरू किए और थोड़ा आक्रामक हुए। तीसरे और अंतिम राउंड में जोइरोव ने कुछ अच्छे पंच जड़े। लेकिन जजों का फैसला आखिरी में सर्वसम्मति से जोइरोव के पक्ष में गया और वह स्वर्ण पदक जीतने में कामयाब रहे। भारत ने इससे पहले वर्ल्ड बॉक्सिंग चैंपियनशिप में ब्रॉन्ज मेडल ही जीता था। मनीष कौशिक ने इसी बार 63 किग्रा भार वर्ग में कांस्य पदक जीता। इसके अलावा विजेंदर सिंह ने 2009, विकास कृष्ण ने 2011, शिव थापा ने 2015 और गौरव बिधुड़ी ने 2017 में वर्ल्ड चैंपियनशिप में ब्रॉन्ज मेडल जीते थे। इस तरह अमित पंघल इस बार फाइनल मुकाबला हारने के बावजूद पदक का रंग बदलने में कामयाब रहे। अमित और मनीष ने भारत के लिए अपने अपने भार वर्ग में ओलंपिक कोटा भी हासिल कर लिया है।