आनन्दी बेन पटेल ने महिला अस्पताल व आंगनबाड़ी केन्द्र का किया निरीक्षण
लखनऊ: राज्यपाल आनन्दी बेन पटेल ने अपने जनपद भ्रमण कार्यक्रम के अन्तर्गत महिला अस्पताल गोण्डा, आंगनबाड़ी केन्द्र रानीपुरवा तथा माॅडल स्कूल का निरीक्षण किया तथा सर्किट हाउस में भारत सरकार की प्रमुख योजनाओं की प्रगति का प्रस्तुतीकरण व सफलता की कहानियों का अवलोकन किया। उन्होंने इस अवसर पर विभिन्न स्वयं सेवी संस्थाओं व संगठनों, प्रगतिशील कृृषकों, रेडक्रास सोसाइटी, टीबी एसोशिएसन व रोटरी क्लब आदि संस्थाओं के प्रतिनिधियों से मिलकर उनके द्वारा किए जा रहे कार्यों की जानकारी ली तथा उनके द्वारा किए जा रहे कार्यो की सराहना करते हुए उन्हें प्रशस्ति पत्र व प्रमाणपत्र प्रदान कीं।
राज्यपाल सर्वप्रथम महिला अस्पताल पहुंचकर वहां पर रिसेप्शन काउन्टर, रोगी सहायता केन्द्र, हेल्प डेस्क, पूछताछ केन्द्र, सैम्पल कलेक्शन रूम, ओपीडी, आयुष्मान भारत योजना काउन्टर, टीकाकरण कक्ष, लेबर रूम, प्री व पोस्ट डिलिवरी वार्ड, बच्चा वार्ड, सर्जिकल वार्ड, पीएनसी वार्ड, पर्चा काउन्टर सहित विभिन्न वार्डों का निरीक्षण किया। उन्होंने मरीजों से उनको दी जा रही सहायता व सुविधाओं की जानकारी ली तथा मरीजों में फल वितरित किया।
राज्यपाल ने अस्पताल का निरीक्षण करने के पश्चात आंगनबाड़ी केन्द्र रानीपुरवा पहंुचीं। वहां पर उन्होंने बच्चियों का अन्न प्रासन करवाया तथा धात्री व गर्भवती महिलाओं से उन्हें मिल रही सुविधाओं तथा टीकाकरण आदि की स्थिति की पूछताछ की। उन्होंने स्वयं अपने हाथों से बच्चियों में फल वितरित किए तथा फस्र्ट एड बाक्स की किट््स प्रदान कीं। इसके बाद उन्होंने पढ़ रही बच्चियों की सीट पर जाकर उनसे शिक्षा की गुणवत्ता परखी। आंगनबाड़ी केन्द्र का निरीक्षण करने के बाद उन्होंने परिसर में ही सहजन के पौधे का रोपण भी किया।
माननीय राज्यपाल ने सर्किट हाउस में पहुंचकर जनपद में संचालित की जा रही शासकीय योजनाओं से सम्बन्धित प्रगति का प्रस्तुतीकरण देखा तथा योजनाओं से लाभान्वित लोगों से सफलता की कहानियों की जानकारी प्राप्त की। उन्होंने सौभाग्य योजना के अन्तर्गत प्रगति के प्रस्तुतीकरण के अवलोकन के समय इस बात पर बल दिया कि बिजली आने से लोगों के जीवन सतर में परिवर्तन आए हैं। लोग बिजली आने से अपने छोटे-छोटे घरेलू उद्योग जैसे मोबाइल रिपेयरिंग, कम्प्यूटर, प्रशिक्षण आदि का कार्य करने के नए रोजगार का अवसर सृजित कर सकते हैं। उन्होंने प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के अन्तर्गत सैटेलाइट के माध्यम से सही डाटा का उपयोग करने पर बल दिया तथा उन्होंने कहा कि किसानों को आर्गेनिक खेती के लिए प्रेरित किया जा सकता है और उनकी फसलों के लिए सर्टिफिकेशन व बाजार की उपलब्धता सुनिश्चित कराई जा सकती है।
आयुष्मान भारत योजना के अन्तर्गत गोल्डेन कार्ड और अधिक कैम्पों का आयोजन कर शीघ्रातिशीघ्र बनवाने पर बल दिया। बच्चों कोे कुपोषण से मुक्ति हेतु एनआरसी केन्द्र में बच्चों के लिए फल, मूंगफली, चना तथा खिलौने आदि रखे जाने पर विशेष बल देते हुए कहा कि इससे बच्चों को भोजन के अन्तराल अवधि में उन्हें इसे दिया जा सकता है।
राज्यपाल ने स्वच्छ भारत मिशन के अन्तर्गत शौचालय निर्माण हेतु प्रेरित करने वाले, फार्म मशीनरी बैंक में चयनित कृृषकों व प्रगतिशील कृृषकों, प्रधानमंत्री मुद्रा योजना के लाभार्थियों, पुनरीक्षित क्षय रोग नियंत्रण कार्यक्रम के अन्तर्गत क्षय रोग ग्रसित बच्चोें को स्वयं सेवी संस्थाओं, संगठनों द्वारा गोद लिए जाने के उल्लेखनीय कार्य करने वाले लोगों को प्रमाणपत्र व प्रेरणापत्र देकर उन्हें सम्मानित किया। उन्होंने इन संगठनों के प्रतिनिधियों से बातचीत कर उनके कार्यों की सराहना की तथा प्रगतिशील कृृषकों से मिलकर उनका उत्साहवर्धन करते हुए अपनी शुभकामनाएं व्यक्त कीं। उन्होंने यहां के अधिकारियों द्वारा क्षय रोग के नियंत्रण के लिए विभिन्न संगठनों के माध्यम से कराए जा रहे कार्यों की भी सरहाना की तथा इस बात के लिए विशेष प्रचार-प्रसार पर बल दिया कि क्षय रोग ग्रसित बच्चों तथा गर्भवती महिलाओं को दिए जाने वाले पोषक आहारों का सेवन सम्बन्धित लोग ही करें, यह भाव उनके परिवार में आ जाए तभी उन्हें उसका लाभ मिल सकता है। उन्होंने क्षय रोग ग्रसित बच्चों के लिए कार्य करने की जरूरत पर विशेष बल दिया तथा मुद्रा ऋण अधिकाधिक दिए जाने पर भी विशेष बल दिया। उन्होंने प्रजेन्टेशन के दौरान विभिन्न बीमा योजनाओं, उज्ज्वला योजना, सौभाग्य योजना, प्रधानमंत्री आवास योजना, प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना, प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना, आयुष्मान भारत योजना, स्वच्छ भारत मिशन, पोषण पुनर्वास केन्द्र, सर्व शिक्षा अभियान तथा शारदा अभियान आदि योजनाओं की प्रगति का अवलोकन किया।