नई दिल्ली: विशेष जांच दल (एसआईटी) ने बलात्कार के मामले में आरोपी पूर्व केंद्रीय मंत्री स्वामी चिन्मयानंद को उनके आवास ‘दिव्य धाम’ से शुक्रवार सुबह गिरफ्तार कर लिया। एसआईटी की एक टीम ने चिन्मयानंद को मुमुक्षु आश्रम स्थित उनके दिव्य धाम से गिरफ्तार किया जिसके बाद उन्हें शाहजहांपुर के राजकीय मेडिकल कॉलेज में चिकित्सीय परीक्षण के लिए ले जाया गया। परीक्षण के बाद चिन्मयानंद को कोर्ट में पेश किया गया जहां अदालत ने उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है।

चिन्मयानंद की अधिवक्ता पूजा सिंह ने बताया कि एसआईटी की टीम बड़ी संख्या में पुलिस बल के साथ दिव्य धाम पहुंची और उसने चिन्मयानंद को गिरफ्तार कर लिया। सिंह ने बताया की एसआईटी की टीम ने चिन्मयानंद के सगे-संबंधियों से गिरफ्तारी मेमो पर हस्ताक्षर भी कराए। राजकीय मेडिकल कॉलेज में चिन्मयानंद का चिकित्सकीय परीक्षण कराया गया। इस दौरान बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया, जिसके चलते मरीजों को काफी दिक्कत का सामना करना पड़ा। सिंह ने एसआईटी पर आरोप लगाया है कि उन्होंने आरोप पत्र की प्रति और प्राथमिकी की प्रति सहित कई प्रपत्र मांगे थे लेकिन एसआईटी ने उन्हें ये प्रपत्र नहीं दिए।

इससे पहले बुधवार को चिन्मयानंद की खराब तबीयत का हवाला देते हुए उन्हें जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था। चिन्मयानंद को शाहजहांपुर मेडिकल कालेज से गुरुवार शाम को केजीएमयू के लिए रेफर कर दिया गया, लेकिन वह सीधे केजीएमयू नहीं गए। वह मेडिकल कालेज से अपने मुमुक्षु आश्रम पहुंचे। जहां उन्हें आज सुबह गिरफ्तार कर लिया गया।

बता दें छात्रा ने एक टीवी चैनल को दिए एक इंटरव्यू में कहा था कि चिन्मयानंद की जल्द ही गिरफ्तारी न होने पर वह केरोसिन डालकर आत्महत्या कर लेगी। इस पर एसआईटी चीफ आईजी नवीन अरोड़ा ने कहा कि किसी की भावनाओं के अनुरूप जांच-पड़ताल नहीं होती, तथ्‍यों के आधार पर होती है। आईजी के अनुसार हाईकोर्ट में 23 तारीख को इस मामले की स्टेटस रिपोर्ट पेश की जाएगी। बता दें स्वामी चिन्मयानंद अटल बिहारी वाजपेयी सरकार में गृह राज्य मंत्री थे।