सरायकेला : तबरेज अंसारी हत्याकांड मामले में झारखंड पुलिस ने प्रेस विज्ञप्ति जारी किया है. कहा गया है कि पुलिस को एफएसएल से मिले बिसरा जांच रिपोर्ट में मृत्यु का कारण हृदय गति रुकना बताया गया था, लेकिन परीक्षण प्रतिवेदन में हृदय गति रुकने का कारण स्पष्ट नहीं था. इस कारण पुलिस ने उच्च चिकित्सा संस्थान के विशेषज्ञ चिकित्सकों से मृत्यु के स्पष्ट कारण की मांग की थी.

एमजीएम के विशेषज्ञ चिकित्सकों के बोर्ड ने जो जांच रिपोर्ट दी है, उसमें बताया गया है कि भीड़ द्वारा पीटे जाने से हड्डी टूटी थी. हड्डी टूटने की वजह से रक्तस्राव हार्ट चेम्बर सहित कई अंगों तक फैला. इस वजह से कार्डियक अरेस्ट हुआ और पीड़ित की मौत हुई. इसके बाद सभी आरोपियों पर धारा 302 के तहत पूरक आरोप पत्र समर्पित किया गया है.

करीब चार महीने पहले राज्य के सरायकेला-खरसावां में चोरी के कथित आरोप में भीड़ द्वारा पीटे गए 22 वर्षीय तबरेज अंसारी की मौत हो गई थी. पुलिस ने आईपीसी की धारा 302 के तहत 11 आरोपियों पर दर्ज मामले को खारिज कर दिया था. पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट का हवाला देते हुए कि कहा गया था कि अंसारी की कार्डियक अरेस्ट से मृत्यु हुई और यह पूर्व नियोजित हत्या का मामला नहीं है.

इससे पहले कहा गया था कि बाइक चोरी करने के संदेह में बेरहमी से पीटे गए तबरेज अंसारी की मौत ब्रेन हैमरेज के कारण हुई थी. पुलिस सूत्रों के अनुसार, डॉक्टरों द्वारा जमा कराई गई पोस्टमार्टम रिपोर्ट में कहा गया है कि अंसारी के सिर की हड्डी टूट गई थी, जिससे ब्रेन हैमरेज हुआ और उनकी मौत हो गई.