नई दिल्ली. सऊदी अरब की सरकारी तेल कंपनी अरामको के दो बड़े ठिकानों अबकीक और खुरैस ऑयल प्लांट पर ड्रोन हमले से ऑइल इंडस्ट्री को बड़ा झटका लगा है, जिसका असर पूरी दुनिया पर पड़ सकता है. इस हमले के बाद कच्चे तेल की कीमत बीते चार महीने के उच्चतम स्तर पर पहुंच गई. अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोमवार को कारोबार की शुरुआत में ब्रेंट क्रूड 19 प्रतिशत बढ़कर 71.95 डॉलर प्रति बैरल हो गया है, जबकि अन्य प्रमुख बेंचमार्क, वेस्ट टेक्सास इंटरमीडिएट 15 प्रतिशत बढ़कर 63.34 डॉलर हो गया है.

कच्चे तेल के दाम बढ़ने के बाद भारत में भी पेट्रोल और डीजल का महंगा होना तय माना जा रहा है. सीएनबीसी के मुताबिक, अरामको के यूनिट बंद करने से क्रूड की कीमतों में लगभग 10 डॉलर (710 रुपये) तक का इजाफा हो सकता है.

सऊदी अरब के तेल ठिकानों में ड्रोन हमले के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने एक ट्वीट में कहा कि अमेरिका जानता है कि अपराधी कौन है और इसका जवाब देने के लिए पूरी तरह तैयार 'लॉक एंड लोडेड' है, लेकिन सऊदी से सुनने का इंतजार कर रहे हैं कि वे कैसे आगे बढ़ना चाहते हैं.

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इस मुसीबत को थोड़ा कम करने के लिए अपने आपात भंडार से कच्चे तेल को निकाला है, जिसके बाद बाजार को राहत मिली है और कीमतों में थोड़ी कमी आई है. लेकिन अभी सऊदी तेल ठिकानों को पहले की तरह तेल उत्पादन वापस शुरू करने में कुछ हफ्ते लग सकते हैं. हालांकि सऊदी अरामको के अध्यक्ष और सीईओ आमीन नासिर ने कहा कि उत्पादन बहाल करने का काम जारी है और 48 घंटे में इसकी प्रगति से जुड़ी जानकारी उपलब्ध कराई जाएगी.