भोपाल. मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में गणेश प्रतिमा विसर्जन के दौरान हुए नाव हादसे में अब तक 11 लोगों के शव निकाल लिए गए हैं. बताया जा रहा है कि गणपति की मूर्ति विसर्जन के लिए नाव पर 20 से ज़्यादा लोग सवार थे. भार अधिक होने के कारण नाव टूट गई जिससे ये हादसा हुआ. सरकार ने मृतकों के परिवार को 4-4 लाख मुआवज़ा देने का एलान किया है. बाकी लोगों की तलाश की जा रही है. होमगार्ड्स और SDRF की टीम लगातार तलाशी अभियान में जुटी हुई हैं.

भोपाल में हुए इस हादसे के बाद श्रद्धा और आस्था के इस पर्व पर मातम पसर गया है. खटलापुरा घाट पर हुए इस नाव हादसे में पानी में डूबे 11 लोगों के शव निकाले जा चुके हैं. फिलहाल यहां तलाशी का काम जारी है. मौके पर पुलिस प्रशासन के आला अफसर और नेता मौजूद हैं. नौका दुर्घटना की मजिस्ट्रेट जांच का एलान किया गया है.

ये दुर्घटना शुक्रवार रात 3 बजे हुई. दुर्घटना के शिकार लोग पिपलानी 100 क्वार्टर के रहने वाले थे. ख़बर मिलते ही कमिश्नर, IG, कलेक्टर और DIG सहित सभी लोग मौके पर पहुंच गए.

भोपाल में इससे पहले साल 2016 में भी ऐसा ही हादसा हो चुका है. उस वक्त भी खटालपुरा के इसी विसर्जन घाट पर नाव पलटने से 5 लोगों की मौत हो गयी थी. जन्मदिन की पार्टी मना रहे लोगों से भरी नाव पलट गयी थी. उस नाव में 9 लोग सवार थे, जिनमें से 5 डूब गए थे.