YSR ने चंद्रबाबू नायडू और उनके बेटे को नजरबंद किया
नई दिल्ली: आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और तेलुगु देशम पार्टी प्रमुख चंद्रबाबू नायडू और उनके बेटे नारा लोकेश को उन्हीं के घर में नजरबंद रखा गया है। दरअसल उनकी पार्टी के कई नेता आंध्र प्रदेश के वर्तमान मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी की पार्टी वाईएसआरसीपी सरकार के खिलाफ बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। जबकि पुलिस का कहना है कि टीडीपी नेताओं के पास रैली के लिए अनुमति नहीं है। इस बीच चंद्रबाबू नायडू ने अपने घर पर ही आज सुबह 8 बजे से रात 8 बजे तक भूख हड़ताल का ऐलान किया है।
टीडीपी ने सत्तारूढ़ वाईएसआर कांग्रेस पार्टी द्वारा कथित हिंसा और धमकी के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन की योजना बनाई थी। चंद्रबाबू नायडू की पार्टी ने आरोप लगाया कि टीडीपी के 8 कार्यकर्ता मारे गए हैं और पिछले हफ्ते सत्ता में 100 दिन पूरे करने वाले रेड्डी की पार्टी से कई खतरे हैं।
लिहाजा आंध्र प्रदेश पुलिस ने कई टीडीपी नेताओं को नजरबंद कर दिया है। पार्टी ने आज चलो 'अत्तमाकुर रैली' का आह्वन किया है लेकिन पुलिस का कहना है कि टीडीपी नेताओं के पास चलो अत्माकुर रैली के लिए अनुमति नहीं है। इसलिए पुलिस ने ये कदम उठाया। पुलिस ने नरसरावोपेटा, सटेनपल्ले, पलनाडु और गुरजला में धारा 144 लागू कर दी है।
नजरबंद किए जाने के बाद टीडीपी प्रमुख एन.चंद्रबाबू नायडू ने कहा कि राज्य सरकार उन्हें और अन्य टीडीपी नेताओं को इस तरह नजरबंद नहीं कर सकती है। उन्होने कहा कि सरकार को इस तरह की राजनीति नहीं करनी चाहिए। सरकार मानव अधिकार और मूलभूत अधिकारों का उल्लंघन कर रही है। उन्होंने नजरबंदी से पहले कहा था कि प्रदर्शन अवश्य होगा और उनके कार्यकर्ताओं के खिलाफ वाईएसआर कांग्रेस पार्टी के नेताओं द्वारा की जा रही ज्यादतियों को उजागर किया जाएगा। लेकिन पुलिस ने उन्हें घर से नहीं निकलने दिया।
टीडीपी नेता और उनके बेटे नारा लोकेश ने कहा कि सत्तारूढ़ पार्टी आंध्र प्रदेश में हमारी पार्टी का गला घोंटने की कोशिश कर रही है। हम अपनी गतिविधियों को लोकतांत्रिक तरीके से कर रहे थे लेकिन हमारे पूरे नेतृत्व को नजरबंद कर दिया गया। यह लोकतंत्र की हत्या है।
पुलिस महानिदेशक गौतम सवांग के मुताबिक यहां के कुछ क्षेत्रों में आपराधिक प्रक्रिया संहिता की धारा 144 और पुलिस अधिनियम की धारा 30 लागू कर दी गई है। इसके बाद अब राज्य के किसी भी क्षेत्र में कोई बैठक,रैली जुलूस और प्रदर्शन करने की इजाजत नहीं है।
पुलिस ने आगे टीडीपी नेताओं द्वारा चलो आत्माकुर प्रदर्शन के आह्वान पर कहा कि किसी को भी कानून व्यवस्था बिगाड़ने का अधिकार नहीं है फिर चाहे वो राजनीतिक पार्टियां ही क्यों ना हो। उन्होंने कहा कि राजनीतिक पार्टियों को शांति बनाए रखनी चाहिए।