दिल्ली के सरकारी अस्पतालों में अब एक जैसा इलाज, कोई प्राइवेट रूम नहीं: अरविंद केजरीवाल
नई दिल्ली: आम आदमी पार्टी की सरकार ने दिल्ली के सरकारी अस्पतालों में अब वीआईपी कल्चर को खत्म करने का फैसला किया है. दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आदेश दिया है कि सरकारी अस्पतालों में अब प्राइवेट रूम की नहीं दिया जाएगा. लिहाजा अस्पतालों में अब सभी नागरिकों को एक जैसा इलाज मिलेगा.
इस आदेश के बाद से सरकारी अस्पतालों में प्राइवेट रूम के लिए मारामारी भी कम होगी. साथ ही सभी लोगों को समान सुविधाएं मिलेंगी. इसके साथ ही दिल्ली सरकार ने अस्पतालों में 13,899 बेड बढ़ाने का फैसला किया है. फिलहाल दिल्ली में 11,353 बेड हैं. ऐसे में बढ़ाए जाने वाले बेडों की संख्या 100 फीसदी से भी ज्यादा है.
मुख्यमंत्री केजरीवाल का कहना है कि दिल्ली के अस्पतालों सभी लोगों के लिए सुविधाएं बढ़ाई जाएंगी. सभी अस्पतालों में ए.सी. लगाए जाएंगे. इनमें दिल्ली सरकार के छोटे अस्पताल भी शामिल होंगे. अभी बड़े अस्पतालों को छोड़ दें तो सभी छोटे अस्पतालों में एसी की सुविधा नहीं है. सरकार का कहना है कि इस संबंध में काम शुरू भी कर दिया गया है.
दिल्ली में स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने मुख्यमंत्री अरविंद को एक रिपोर्ट सौंपी थी. इस रिपोर्ट में कहा गया है कि दिल्ली के कई इलाकों में नए अस्पतालों का निर्माण भी किया जाएगा. इसके लिए कैबिनेट की ओर से मंजूरी भी मिल चुकी है वहीं टेंडर भी हो चुका है. रिपोर्ट में कहा गया है कि खिचड़ीपुर के लाल बहादुर शास्त्री अस्पताल में एक नया मदर एंड चाइल्ड ब्लॉक बनेगा, जिसमें 460 बेड होंगे. इसके अलावा बुराड़ी और अंबेडकर नगर में दो अस्पताल बनकर तैयार हो चुके हैं.