एम्स में बनीं अस्थाई अदालत में जज ने दर्ज किया उन्नाव रेप पीड़िता का बयान
नई दिल्ली: अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान दिल्ली (एम्स) में बुधवार को एक विशेष फास्ट ट्रैक कोर्ट ने अस्पताल में भर्ती उन्नाव पीड़िता के बयान दर्ज किए। इस मामले के आरोपी कुलदीप सिंह सेंगर को अस्थाई कोर्ट में सुनवाई के लिए तिहाड़ जेल से एम्स लाया गया था। विशेष न्यायाधीश धर्मेश शर्मा ने ट्रॉमा सेंटर के अंदर अदालत लगाई जहां पीड़िता का बयान दर्ज किया गया।
अस्पताल परिसर के अंदर केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) द्वारा विशेष सुरक्षा व्यवस्था की गई थी। जिला न्यायाधीश धर्मेश शर्मा ने 7 सितंबर को जय प्रकाश नारायण एपेक्स ट्रॉमा सेंटर के अंदर मुकदमे की कार्यवाही के निर्देश दिए थे। बता दें कि अभी भी रेप पीड़िता की हालत पूरी तरह ठीक नहीं है लिहाजा कोर्ट ने यह तय किया कि पीड़िता का बयान अस्पताल परिसर में ही बनाए गए विशेष कोर्ट में दर्ज किया जाए। कोर्ट के निर्देश के बाद पीड़िता का बयान बंद कमरे में दर्ज किया गया। 'इन-कैमरा' कार्यवाही जनता और प्रेस के लिए नहीं खुली थी।
उन्नाव रेप पीड़िता के साथ हुए सड़क हादसे के बाद उसकी हालत काफी गंभीर थी। शीर्ष अदालत के आदेश के बाद उसे लखनऊ से दिल्ली के एम्स शिफ्ट किया गया। जहां पर कई दिनों तक पीड़िता की हालत गंभीर बनी रही। मगर सेहत में सुधार होने और बयान देने की हालत में आने के बाद दिल्ली हाईकोर्ट ने बयान रिकॉर्ड करने की अनुमति दी और इसके लिए नोटिफिकेशन जारी किया।
दिल्ली के एम्स में बनाई गई अस्थाई अदालत में अब गवाही पूरी होने तक सुनवाई जारी रहेगी। अदालत ने अपने आदेश में कहा था, ‘‘पीड़िता की गवाही की रिकॉर्डिंग बुधवार 11 सितंबर से शुरू होगी और जब तक गवाही पूरी नहीं होती तब तक रोजाना आधार पर यह कार्यवाही जारी रहेगी। अदालत ने आदेश में एम्स के जयप्रकाश नारायण एपेक्स ट्रॉमा सेंटर के चिकित्सा अधीक्षक को निर्देश दिया था कि एक अनुभवी नर्सिंग अधिकारी को तैनात किया जाए जो पूरी कार्यवाही के दौरान रेप पीड़िता की देखभाल के लिए सेमिनार हॉल में उपस्थित रहेगी और उसका इलाज कर रहे डॉक्टरों के संपर्क में रहेगी।
विधायक कुलदीप सिंह सेंगर पर बलात्कार का आरोप लगाने वाली पीड़िता, उसकी चाची और मौसी अपने वकील के साथ रायबरेली जेल में बंद अपने रिश्तेदार से मुलाकात करने जा रही थीं। रास्ते में रायबरेली के गुरबख्श गंज क्षेत्र में उनकी कार और एक ट्रक के बीच संदिग्ध परिस्थितियों में टक्कर हो गयी थी। इस दौरान दुर्घटना में दोनों महिलाओं की मौत हो गई। जिसके बाद उन्नाव मामले में सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में जांच चल रही है। उन्नाव रेप केस के आरोपी और विधायक कुलदीप सिंह सेंगर पर कानून का शिकंजा कसता जा रहा है।