अशोक लेलैंड के 5000 कर्मचारियों पर पड़ेगी मंदी की मार, चेन्नई प्लांट का रुकेगा काम
नई दिल्ली: भारत में आर्थिक मंदी से सबसे ज्यादा प्रभावित होने वाले क्षेत्र में ऑटो सेक्टर भी शामिल है। कई बड़ी-बड़ी वाहन कंपनियों पर इसका असर देखने को मिल रहा है। इस क्रम में अब नया नाम देश की भारी वाहन निर्माता कंपनी अशोक लेलैंड है।
एनडीटीवी के अनुसार सूत्रों के हवाले से यह खबर है कि कंपनी चेन्नई स्थित अपने प्लांट में पांच दिन काम बंद रखेगी। खबर के अनुसार कंपनी की तरफ से चेन्नई प्लांट को काम बंद रखने के बारे में सूचित कर दिया गया है। बाजार में कॉमर्शियल वाहनों की मांग में सुस्ती को देखते हुए कंपनी की तरफ से यह निर्णय लिया गया है।
खबर के अनुसार सूत्रों ने बताया कि कंपनी की तरफ से 5 दिन प्रोडक्शन बंद करने के निर्णय का सीधा असर प्लांट के 5000 कर्मचारियों पर पड़ेगा। इन सभी कर्मचारियों को घर बैठना पड़ेगा। इन 5000 कर्मचारियों में 3000 कर्मचारी ठेके पर हैं। हालांकि, 5 दिन काम बंद रहने की अवधि का वेतन कर्मचारियों को मिलेगा या नहीं इस बारे में अभी कोई फैसला नहीं लिया गया है।
बताया जा रहा है कि कंपनी की तरफ से इस संबंध में फैसला बाद में लिया जाएगा। हालांकि, इस बारे में अशोक लेलैंड की तरफ से कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया गया है। मालूम हो कि मंदी कारण ऑटो सेक्टर में लाखों लोगों की नौकरी जा चुकी है। इससे पहले जापानी वाहन निर्माता कंपनी टोयोटा मोटर और दक्षिण कोरियाई कंपनी हुंडई मोटर ने भी बिक्री में गिरावट को देखते हुए गाड़ियों का प्रोडक्शन रोक दिया था।
टोयोटा ने 16 और 17 अगस्त को बेंगलुरु प्लांट में प्रोडक्शन बंद करने का फैसला किया था। वहीं हुंडई ने भी 9 अगस्त को अपने प्लांट में प्रोडक्शन बंद करने की बात कही थी। मालूम हो कि वाहन बाजार में सुस्ती का सिलसिला जारी है। अगस्त माह में वाहनों की बिक्री में 30 फीसदी की जोरदार गिरावट देखने को मिली थी। कार और बाइक की बिक्री पिछले दो दशक में सबसे निचले स्तर पर पहुंच गई है।
देश की सबसे बड़ी कार निर्माता कंपनी मारुति सुजुकी इंडिया की बिक्री अगस्त महीने में 32.7 प्रतिशत घट गई। वहीं होंडा कार्स इंडिया और टोयोटा किर्लोस्कर मोटर ने भी अपनी बिक्री में क्रमशः 51 फीसदी और 21 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की थी। टाटा मोटर्स के भी पैसेंजर्स व्हीकल की सेल्स 58 फीसदी तक कम हो गई।