पाकिस्तान को पसंद नहीं आ रही कश्मीर की शांति
लश्कर ए तैयबा से जुड़े दो नागरिकों ने किया सनसनीखेज खुलासा
श्रीनगर : आतंकवादी संगठन लश्कर ए तैयबा से जुड़े दो नागरिकों ने सनसनीखेज खुलासा किया है कि कश्मीर की शांति पाकिस्तान को पसंद नहीं आ रही है । लेफ्टिनेंट जनरल केजेएस ढिल्लन ने बुधवार को कहा कि पकड़े गए दोनों पाकिस्तानी नागरिकों ने पाकिस्तानी फौज की नापाक सोच का पर्दाफाश किया है। उन्होंने पकड़े गए दोनों नागरिकों के हवाला देते हुए कहा कि नियंत्रण रेखा के उस पर बड़ी संख्या में आतंकवादी कश्मीर में घुसपैठ के लिए तैयार हैं।
लेफ्टिनेंट जनरल ने पकड़े गए दोनों पाकिस्तानी नागरिकों का एक वीडियो मीडियाकर्मियों को दिखाया। लश्कर ए तैयबा से जुड़े इन दोनों पाकिस्तानी नागरिकों ने बताया कि पाकिस्तानी फौज कश्मीर को अस्थिर करने के लिए बड़ी संख्या में आतंकवादियों का घुसपैठ कराना चाहती है। सैन्य अधिकारी ने कहा, 'नियंत्रण के रेखा के उस पार बड़ी संख्या में आतंकवादी घुसपैठ के लिए तैयार हैं। हताश पाकिस्तान बड़ी संख्या में आतंकियों की घुसपैठ कराना चाहता है। वह दिन-रात अपने इस नापाक मंसूबे को पूरा करने में जुटा है।'
लेफ्टिनेंट जनरल बताया कि फौज ने गत 21 अगस्त को लश्कर ए तैयबा से जुड़े इन दोनों पाकिस्तानी नागरिकों को गिरफ्तार किया। इन दोनों ने बताया है कि पाकिस्तान और उसकी फौज दोनों कश्मीर में हिंसा फैलाने की कोशिशों में जुटे हैं। उन्होंने कहा, 'गत छह अगस्त को पत्थरबाजी में घायल हुए असरार अहमद खान का शोउरा में इलाज चल रहा था लेकिन आज उनका निधन हो गया। पिछले 30 दिनों में यह 5वें नागरिक की मौत है। घाटी में ये मौतें आतंकवादियों, पत्थरबाजों एवं पाकिस्तानी एजेंटों की वजह से हुई हैं।'
जम्मू-कश्मीर पर भारत सरकार के फैसले के बाद पाकिस्तान बौखलाया हुआ है। कश्मीर मसले को दुनिया की नजरों में लाने के लिए वह जी-जान से जुटा है लेकिन उसकी हर कोशिशें नाकाम हो गई हैं। वह कश्मीर में मानवाधिकार उल्लंघन का बेसुरा राग अलाप रहा है लेकिन उसके इस दावे की कहीं से भी पुष्टि नहीं हुई है। कश्मीर में प्रदर्शन की छिटपुट घटनाओं को छोड़कर घाटी में शांति बनी हुई है और स्थितियां सामान्य हो रही हैं।