TATA स्टील बोली, मुनाफे में लौटने की संभावनाएं नहीं, बंद करेगी कारखाने
नई दिल्ली: भारत की इस्पात क्षेत्र की दिग्गज कंपनी टाटा स्टील ने सोमवार को दक्षिणी वेल्स शहर न्यूपोर्ट में स्थित अपने कारखाने को बंद करने की घोषणा की है। इससे ब्रिटेन के इस कारखाने की करीब 400 नौकरियां प्रभावित होंगी। इसके अलावा, कंपनी ब्रिटेन के वोल्वरहैंपटन स्थित स्टील सर्विस सेंटर को भी बंद करेगी। यहां भी 26 लोगों की नौकरियां जाएंगी।
टाटा स्टील ने कहा कि उसने अपने वैश्विक कोजेंट इलेक्ट्रिकल स्टील्स खंड के तहत आने वाले कनाडा और स्वीडन के संयंत्रों की बिक्री का करार कर लिया है। हालांकि, सभी विकल्प तलाशने के बावजूद वह ओर्ब इलेक्ट्रिक स्टील्स संयंत्र के लिए रास्ता नहीं ढूंढ पाई। टाटा स्टील के यूरोपीय ऑपरेशन के मुख्य कार्यकारी अधिकारी हेनरिक एडम ने कहा कि ओर्ब इलेक्ट्रिकल स्टील्स को उल्लेखनीय रूप से घाटा हो रहा है।
उनके मुताबिक, यूरोपीय इस्पात उद्योग चुनौतियों से जूझ रहा है और आगामी बरसों में भी ओर्ब के कारोबार के मुनाफे में लौटने की संभावना नहीं दिख रही है। एडम ने कहा, ‘‘मैं समझता हूं कि सभी प्रभावित लोगों के लिए यह खबर काफी दुखी करने वाली है। हम उन्हें समर्थन देने का अपनी ओर से पूरी कोशिश करेंगे।’’
बता दें कि टाटा स्टील यूरोप ने सोमवार को कहा कि उसने अपनी सहयोगी कंपनी कोजेंट पावर इंक (सीपीआई) की बिक्री के लिए जापान की इस्पात क्षेत्र की दिग्गज कंपनी जेएफई शोजी ट्रेड कॉरपोरेशन के साथ करार किया है। हालांकि, टाटा स्टील ने इस सौदे का ब्योरा साझा नहीं किया। कोजेंट यूनिट में करीब 300 लोग काम करते हैं।
सीपीआई, कोजेंट इलेक्ट्रिकल स्टील्स का हिस्सा है जो पांच गैर प्रमुख कारोबार इकाइयों में आती है। टाटा स्टील यूरोप ने मई, 2018 में इसकी बिक्री की घोषणा की थी। टाटा स्टील की अन्य गैर प्रमुख कारोबारी इकाइयां जर्मनी की कालजिप, ब्रिटेन की फर्स्टस्टील, तुर्की की टाटा स्टील इस्तांबुल मेटल्स और ब्रिटेन की इंजीनियरिंग स्टील्स सर्विस सेंटर हैं।