आजम का अपमान मेरा अपमान है, दोस्त के लिए मैदान में उतरे मुलायम
इंस्टेंट खबर ब्यूरो
लखनऊ: तीन दशक पुरानी दोस्ती के लिए समाजवादी पार्टी के संरक्षक मुलायम सिंह यादव मंगलवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस की। पार्टी में घमासान के बाद मुलायम सिंह पहली बार प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित किया। ढाई साल बाद सपा संरक्षक लखनऊ स्थित पार्टी कार्यालय में मीडिया के सवालों के जवाब देते नजर आए।प्रेस को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा ‘आजम मेहनती और नेक इंसान हैं। जौहर यूनिवर्सिटी का निर्मा सभी के सहयोग से हुआ था इसलिए इस पर आरोप लगाना गलत है। आजम का अपमान करना मेरा अपमान करना है। मैं यहां आज सिर्फ आजम को समर्थन देने आया हूं।’
मुलायम सिंह यादव ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर अपने दोस्त आजम खान का बचाव किया। उन्होंने कहा कि चंदा मांग कर आजम खान ने जौहर विश्वविद्यालय का निर्माण कराया। सवाल ये है कि दो बीखा जमीन के लिए आजम खान पर 27 केस क्यों दर्ज किए गए हैं। मुलायम सिंह ने कहा कि यूपी सरकार की तरफ से गलत तरीके से केस दर्ज कराया गया है।
आजम खान गरीब परिवार से थे और संघर्ष कर यहां तक पंहुचे। उन्होंने मेहनत से से यूनिवर्सिटी बनाई। विधायक और सांसद निधि का का इस्तेमाल यूनिवर्सिटी बनाने में किया। सैकड़ों बीघा जमीन खरीदने वाला 1-2 बीघा जमीन के लिए गड़बड़ी नहीं करता। सिर्फ 1-2 बीघा जमीन के लिए उनपर दर्जन भर मुकदमा किया गया। उनके खिलाफ जालिम जैसे शब्दों का इस्तेमाल किया गया
आजम खान पर चोरी और डकैती का मुकदमा दर्ज किया गया।आजम खान के पक्ष में रहेंगे कार्यकर्ताओं से अपील है आज़म के खिलाफ हो रहे साजिश के खिलाफ हमारे कार्यकर्ता खड़े हो ,आंदोलन करें। मैं खुद आंदोलन में साथ रहूंगा। बीजेपी, आजम पर दमन बंद करे नहीं तो किसी से भी मिलने जाऊंगा। आजम खान अपने संघर्ष से देश के नेता बने है ये बीजेपी को नहीं पच रहा है।
दरअसल मुलायम सिंह के दोस्त और सपा सांसद आजम खान इन दिनों कई मुश्किलों का सामना कर रहे हैं। उन पर जमीन हड़पने, भैंस चोरी समेत कुल 76 मामले दर्ज हो चुके हैं। अपने तीन दशक से भी ज्यादा पुराने दोस्त को मुसीबत में देख मुलायम खुद मोर्चे पर आ खड़े हुए हैं। आजम पर गिरफ्तारी की तलवार लटक रही है। बताया जा रहा कि सपा सांसद की पत्नी तंजीम फातिमा ने मुलायम से मुलाकात कर उन्हें पूरे मामले की जानकारी दी और साथ ही अपने पति को इस मुसीबत से बाहर निकालने के लिए कहा।
तंजीम फातिमा की गुहार के बाद मुलायम ने सपा अध्यक्ष अखिलश यादव से बात की। दोनों ने विचार विमर्श के बाद फैसला किया कि सपा कार्यालय में प्रेस कॉनफ्रेंस होगी।