पांच साल में पहली बार विदेश दौरे पर कोहली का कोई शतक नहीं
किंग्सटन: भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान विराट कोहली वेस्टइंडीज के खिलाफ किंग्सटन टेस्ट की दूसरी पारी में पहली ही गेंद पर खाता खोले बगैर पवेलियन लौट गए। केमर रोच की तेज गेंद उनके बल्ले का बाहरी किनारा लेती हुई विकेटकीपर शाई होप के दस्तानों में समा गई। इस तरह कैप्टन कोहली के लिए बतौर बल्लेबाज विदेशी सरजमीं पर पहली बार कोई टेस्ट सीरीज बगैर शतकीय पारी के समाप्त हो गई। पांच साल में पहली बार ऐसा हुआ था।
साल 2014 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ एडिलेड में पहली बार टेस्ट क्रिकेट में टीम इंडिया की कमान संभालते हुए विराट ने दोनों पारियों में शतक जड़ा था। इसके बाद से वो लगातार अपनी कप्तानी में विदेशी सरजमीं पर टेस्ट सीरीज में कम से कम एक शतक जड़ने में कामयाब हुए थे। लेकिन विराट इस बार कैरेबियाई दौरे पर ऐसा नहीं कर सके। सीरीज के दो टेस्ट मैचों की चार पारियों में वो 9, 51, 76, 0 रन बना सके। चार पारियों में वो 34 की औसत से कुल 136 रन बना सके।
विराट ने पहली बार भारतीय टेस्ट टीम की कमान ऑस्ट्रेलिया में संभाली थी। साल 2014-15 की ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ उस सीरीज में खेले चार4 टेस्ट की 8 पारियों में विराट ने 86.50 की औसत से 692 रन बनाए थे और इस दौरान उनके बल्ले से चार शतक निकले थे। हालांकि इसके बाद वो साल 2015 बांग्लादेश दौरे पर फतुल्लाह में खेले एकमात्र टेस्ट में विराट केवल 14 रन की पारी खेल सके थे। लेकिन इसके बाद हर बार घर से बाहर टेस्ट सीरीज में उनके बल्ले से शतक निकले।
साल 2015 में श्रीलंका दौरे पर 3 मैच की सीरीज में विराट ने एक शतक जड़ा था। दौरे पर उनका उच्चतम स्कोर 103 रन था। ये पारी उन्होंने गॉल में खेली थी। इसके बाद 2016 में विराट की कप्तानी में टीम इंडिया कैरेबियाई दौरे पर पहुंची। इस दौरान विराट ने 4 टेस्ट की 4 पारी में 62.75 की औसत से 251 रन बनाए और एंटिगा में 200 रन की पारी खेलकर इतिहास रच दिया था।
साल 2017 में विराट एक बार फिर श्रीलंका दौरे पर पहुंचे और 3 टेस्ट की 4 पारियों में महज 161 रन बनाए बावजूद इसके वो गॉल टेस्ट में नाबाद शतक(103*) जड़ने में कामयाब रहे। साल 2017 के आखिर में भारतीय टीम दक्षिण अफ्रीका दौरे पर पहुंची। यहां भी विराट का बल्ला चल निकला और वह 3 मैच की 6 पारियों में 47.66 की औसत से 286 रन बनाने में सफल रहे। विराट ने इस दौरान सेंचुरियन में 153 रन की पारी खेली।
2014 में इंग्लैंड दौरे पर बुरी तरह असफल रहने के बाद विराट 2018 में बतौर कप्तान इंग्लैंड पहुंचे और अपने करियर पर लगे बदनुमा दाग को धोने में कामयाब रहे। इंग्लैंड के खिलाफ 5 मैच की 10 पारियों में 59.30 की औसत से 593 रन बनाए। इस दौरान उन्होंने 2 शतक और 3 अर्धशतक जड़े। दौरे पर उनका सर्वश्रेष्ठ स्कोर 149 रन था यह पारी उन्होंने बर्मिंघम में खेली थी।
साल 2018-19 में ऑस्ट्रेलिया दौरे पर विराट ने एक बार फिर अपने बल्ले की चमक बिखेरी। इस बार 4 टेस्ट की 7 पारियों में उन्होंने 40.28 की औसत से 282 रन बनाए थे। जिसमें 1 शतक और 1 अर्धशतक शामिल था। इस बार पर्थ में उन्होंने 123 रन की शानदार शतकीय पारी खेली थी।