डायबिटीज ऐसी स्थिति है, जब आपका ब्‍लड शुगर लेवल बढ़ जाता है यानि खून में ग्लूकोज का स्तर सामान्य से अधिक बढ़ जाता है और तथा रक्त की कोशिकाएं इस शर्करा को उपयोग नहीं कर पाती। यह ऐसी बीमारी है, जो धीरे-धीरे शरीर को खोखला करने लगती है। आइए यहां हम

आजकल मधुमेह यानि डायबिटीज बीमारी लोगों के बीच काफी आम बीमारी बन चुकी है, क्‍योंकि हर दूसरा व्‍यक्ति आजकल इस बीमारी से पीडि़त है। भारत में साल दर साल डायबिटीज के रोगियों की संख्‍या बढ़ती ही जा रही है। 2017 में दर्ज 72 मिलियन मामलों में डायबिटीज काफी तेजी से बढ़ रहा है। डायबिटीज को साइलेंट किलर के नाम से भी जाना जाता है। गलत खानपान, बदलती लाइफस्‍टाइल के साथ-साथ मोटापा व और भी कई अन्‍य कारण डायबिटीज के लिए जिम्‍मेदार हैं।

डायबिटीज ऐसी स्थिति है, जब आपका ब्‍लड शुगर लेवल बढ़ जाता है यानि खून में ग्लूकोज का स्तर सामान्य से अधिक बढ़ जाता है और तथा रक्त की कोशिकाएं इस शर्करा को उपयोग नहीं कर पाती। यह ऐसी बीमारी है, जो धीरे-धीरे शरीर को खोखला करने लगती है। डायबिटीज में इंसुलिन सही तरीके से काम नहीं करता है। इस बीमारी को यदि नजरअंदाज किया जाये तो शरीर के दूसरे अंगों को भी प्रभावित करती है और व्‍यक्ति की मृत्‍यु का कारण भी बन सकती है। इसलिए समय रहते डायबिटीज को कंट्रोल करना बेहद जरूरी है। हालांकि, स्वस्थ आहार व खानपान में परिवर्तनों के साथ, इससे निपटा जा सकता है, यहां हम आपको 5 आयुर्वेदिक खाद्य पदार्थों के बारे में बता रहे हैं, जो आपके ब्‍लड शुगर लेवल को कंट्रोल में रखेंगे।

आंवला

विटामिन सी से भरपूर आंवला पोषण का भंडार है, जो कि आपके ब्‍लड शुगर लेवल को कम करने में भी मददगार है। इसमें विटामिन सी के साथ-साथ एंटीऑक्सिडेंट, आयरन और कैल्शियम भी पाया जाता है। आंवला आपके समग्र स्वास्थ्य को बढ़ावा देने में मदद करता है।

कुछ अध्ययनों के अनुसार, आंवला ब्‍लड शुगर लेवल को विनियमित करने में मदद कर सकता है, और शरीर को इंसुलिन के प्रति अधिक संवेदनशील बनाता है। यह आपकी त्‍वचा, बालों और आंखों की रोशनी बढ़ाने के साथ रोग प्रतिरक्षा और पाचन के लिए भी लाभदायक है। आप रोजाना एक या दो आंवला और चाहें, तो इसका रस तैयार कर सेवन कर सकते हैं।

हल्दी

हल्‍दी कई औषधीय गुणों से भरपूर है, यह एक आयुर्वेदिक सुपरफूड है। हल्दी एंटीऑक्सिडेंट और एंटीइंफ्लामेटरी गुणों से भरपूर है, जो कि डायबिटीज को कंट्रोल रखने के साथ-साथ आपकों कई अन्य बीमारियों से बचने में भी मददगार है। अध्ययनों से पता चलता है कि हल्दी में पाया जाने वाला एक सक्रिय यौगिक करक्यूमिन खून में ग्लूकोज के स्तर को कम कर सकता है और डायबिटीज की जटिलताओं को भी कम कर सकता है। यदि आप डायबिटीज के रोगी हैं, तो आप रोजाना हल्‍दी वाले दूध का सेवन कर सकते हैं।

करेला

करेला आपके ब्‍लड शुगर लेवल को कंट्रोल में रखने के साथ ही आपको वजन घटाने में भी मदद करता है। यदि करेले के जूस का नियमिज सेवन किया जाए, तो ब्‍लउ शुगर लेवल को कंट्रोल में रखा जा सकता है।

मेथी

मेथी पाचन धीमा कर देती है, मेथी के बीज कोब्‍लड शुगर के स्तर पर जांच रखने और इंसुलिन गतिविधि में सुधार करने के लिए बहुत अच्छा माना जाता है। इसके बीजों में फाइबर होता है, जो पाचन प्रक्रिया को धीमा करने और कार्बोहाइड्रेट और चीनी के अवशोषण को नियंत्रित करने में मदद करता है। यदि डायबिटीज के रोगी रोजाना एक चम्मच मेथी पाउडर को गुनगुने पानी के साथ मिलाएं, और रोजाना सुबह-शाम पिएं, तो डायबिटीज को कंट्रोल रखा जा सकता है।

जामुन

यह, तो आप में से बहुत से लोग जानते ही होंगे कि जामुन मधुमेह के इलाज के लिए काफी अच्‍छा माना जाता है। इसमें अद्भुत एंटीऑक्सिडेंट गुण होने के साथ इसमें जंबोलिन भी शामिल है, जो एक रसायन है। अध्ययन के अनुसार, यह शर्करा में स्टार्च के डायस्टेटिक रूपांतरण को धीमा कर देता है। यही वजह है कि जामुन डायबिटीज रोगियों के लिए बेहद फायदेमंद है।