ट्रंप ने कश्मीर पर मध्यस्थता का बयान फिर दोहराया
वाशिंगटन: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने एक बार फिर कश्मीर को लेकर बयान दिया है। ट्रंप ने कहा कि उन्होंने कश्मीर को लेकर भारत से बात की। ट्रंप ने कहा कि यदि पीएम मोदी चाहे तो वह कश्मीर पर मध्यस्थता करने के लिए तैयार हैं। ट्रंप ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान दो 'शानदार' लोग हैं जिन्हें 'अच्छी तरह से' मिलना चाहिए। इससे पहले जुलाई माह के दौरान भारत ने ट्रम्प की उस टिप्पणी को खारिज कर दिया था जिसमें उन्होंने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान से मुलाकात के दौरान दावा किया था कि पीएम मोदी ने उन्हें कश्मीर के मामले में हस्तक्षेप करने के लिए कहा था।
ट्रंप ने कहा, 'यह वास्तव में पीएम मोदी पर निर्भर है। मैं प्रधान मंत्री खान से मिला; मुझे बहुत अच्छा लगा। मुझे लगता है कि पीएम मोदी और इमरान खान, दोनों शानदार लोग हैं। मुझे लगता है कि दोनों बहुत अच्छी तरह से साथ मिल सकते हैं।' ट्रंप ने आगे यह पूरी तरह पीएम मोदी का फैसला है (कश्मीर पर मध्यस्थता स्वीकार करनी है या नहीं)। मैंने पाकिस्तान के साथ इस बारे में बात की, और मैंने इस बारे में भारत से भी खुलकर बात की। यह मुद्दा बहुत लंबे समय से उलझा हुआ है।'
पिछले महीने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने जब अमेरिका का दौरा किया था उन्होंने इमरान से मुलाकात के दौरान एक हैरान करने वाला बयान दिया था। तब ट्रंप ने कहा कि पीएम मोदी ने उनसे कश्मीर पर मध्यस्थता करने को कहा था। ट्रंप ने भारत और पाकिस्तान के बीच कश्मीर मसले पर मध्यस्थता करने की पेशकश करते हुए कहा था कि यदि दोनों देश उनसे मध्यस्थता के लिए कहते हैं तो उन्हें खुशी होगी।
ट्रंप द्वारा कश्मीर पर दिए गए बयान को भारत ने खारिज करते हुए कहा था कि पीएम मोदी और ट्रंप के बीच हुई मुलाकात में इस तरह की कोई बातचीत नहीं हुई थी। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने संसद में दिए गए बयान में कहा कि ट्रंप का बयान सच्चाई से परे है। जयशंकर ने साफ किया कि डोनाल्ड ट्रंप झूठ बोल रहे हैं। उन्होंने कहा, ' कश्मीर को लेकर भारत का स्टैंड साफ है और सरकार की सोच में बिल्कुल भी बदलाव नहीं आया है। हमारी सोच है कि भारत और पाकिस्तान के बीच विवादित मुद्दों का समाधान द्विपक्षीय बातचीत के जरिए होना संभव है। इसमें तीसरे पक्ष की भूमिका का सवाल ही पैदा नहीं होता है।'