अमरनाथ यात्रा को लेकर पर जारी स्पेशल एडवायजरी पर भड़कीं महबूबा मुफ्ती

नई दिल्ली: जम्मू-कश्मीर में पीपल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) और पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती अमरनाथ यात्रा को लेकर जारी की गई स्पेशल एडवायजरी पर बुरी तरह भड़की हैं। उन्होंने सवाल उठाया है कि क्या नरेंद्र मोदी सरकार को सिर्फ अमरनाथ यात्रियों की चिंता है, क्या उनके लिए कश्मीरी और उनकी परेशानियां मायने नहीं रखती हैं?

दरअसल, शुक्रवार (दो अगस्त, 2019) को भारतीय सेना ने खुलासा किया कि इस बार की अमरनाथ यात्रा आतंकियों के निशाने पर थी। हालांकि, अच्छी बात रही कि सेना उनकी इस मंशा को नाकाम करते हुए एक पाकिस्तानी आतंकी को धर दबोचा है। साथ ही टेलीस्कोप लगी अमेरिकन स्नाइपर राइफल और नक्शा भी बरामद किया गया है।

इसी बीच, सरकार ने अमरनाथ यात्रा को लेकर एडवायजरी जारी की सभी श्रद्धालु जल्द से जल्द घाटी छोड़ दें। इसी पर टेलीविजन पत्रकार राजदीप सरदेसाई ने ट्वीट किया था- सरकार ने आतंकी साजिश के मद्देनजर श्रद्धालुओं से इलाका छोड़ने के लिए कहा। आप अंदाजा लगा सकते हैं कि अर्थव्यवस्था के मसले पर ‘असल’ चेतावनी फिर से ऐसी ही सनसनीखेज खबरों के बीच गुम हो जाएगी।

पीडीपी चीफ ने इसी पर रीट्वीट में लिखा- अर्थव्यवस्था लगातार गिरती जा रही है, पर मुझे उम्मीद है कि हमेशा की तरह कश्मीरी आम लोगों को असल मुद्दों से भटकाने के लिए नहीं इस्तेमाल किए जा सकेंगे। ऐसे फैसलों के आपत्तिजनक नतीजे होंगे और वे कश्मीरियों को किनारे पर धकेल देंगे।

उन्होंने आगे एक और ट्वीट में कहा, “आप (सरकार) मुस्लिम बहुल एक भी राज्य का दिल नहीं जीत पाए, जिसने धार्मिक आधार पर विभाजन को नकारा और घर्मनिरपेक्ष देश को चुना।” वह आगे बोलीं- श्रीनगर की सड़कों पर अराजकता देखने को मिल रही है। लोग एटीएम, पेट्रोल पंप की ओर भाग रहे हैं और जरूरी सामग्रियों का स्टॉक जुटा रहे हैं। क्या भारत सरकार को सिर्फ यात्रियों (अमरनाथ) की सुरक्षा की चिंता है, जबकि कश्मीरियों को खुद के भरोसे छोड़ दिया गया है?