वोक्स-ब्रॉड के आगे आयरलैंड 38 रन पर ढेर, टूटा 92 साल का रिकॉर्ड
नई दिल्ली: वर्ल्ड चैंपियन इंग्लैंड ने तेज गेंदबाज क्रिस वॉक्स (17/6) और स्टुअर्ट ब्रॉड ((19/4) की जबरदस्त गेंदबाजी बदौलत आयरलैंड को 38 रन पर समेट दिया और इकलौता टेस्ट मैच 143 रन से जीत लिया. 1955 के बाद पहली बार कोई टीम इतने कम स्कोर पर आउट हुई थी. लॉर्ड्स के मैदान पर इंग्लिश टीम ने करीब डेढ़ घंटे और 15.4 ओवरों में आयरलैंड का बोरिया बिस्तर बांध दिया. जीत के लिए 182 रन का पीछा करने उतरी आयरिश टीम वॉक्स और ब्रॉड के आगे ताश के पत्तों की तरह ढह गई. जेम्स मैक्कोलम को छोड़कर कोई बल्लेबाज दहाई का आंकड़ा नहीं छू पाया. मैक्कोलम के बाद मार्क अडेयर के बल्ले से 8 रन बने.
इससे पहले इंग्लैंड ने मैच के तीसरे दिन अपनी दूसरी पारी नौ विकेट पर 303 रन से आगे बढ़ाई लेकिन स्टुअर्ट थाम्पसन ने दिन की पहली गेंद पर ही अपना पहला टेस्ट खेल रहे ओली स्टोन को बोल्ड कर दिया. बारिश के कारण खेल देरी से शुरू हुआ लेकिन थाम्पसन की इनस्विंगर ने इंग्लैंड को अपने स्कोर में इजाफा नहीं करने दिया.
विश्व चैंपियन इंग्लैंड की तरफ से नाइटवाचमैन जैक लीच ने 92 और अपना पहला टेस्ट खेल रहे जैसन रॉय ने 72 रन बनाए. इन दोनों के अलावा बाकी इंग्लिश बल्लेबाज फिर से नाकाम रहे. इंग्लैंड की टीम पहली पारी में 85 रन पर सिमट गई थी. आयरलैंड ने अपनी पहली पारी में 207 रन बनाए थे.
1955 के बाद ऐसा पहली बार हुआ है जब कोई टीम इतने कम (38) स्कोर पर ऑलआउट हुई है. 1955 में न्यूजीलैंड की टीम इंग्लैंड के खिलाफ 26 रन पर सिमट गई थी. इसके बाद से कई टीमें लो स्कोर पर आउट हुई हैं लेकिन सबका स्कोर आयरलैंड से ज्यादा रहा है. यह स्कोर टेस्ट क्रिकेट का सातवां सबसे कम स्कोर है. साथ ही यह किसी भी लॉर्ड्स टेस्ट का सबसे कम स्कोर भी है. इससे पहले यह रिकॉर्ड भारत के नाम था जो 1974 में 42 रन पर सिमट गया था.
आयरलैंड की टीम 15.4 ओवर में सिमट गई जो कि टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में गेंदों का सामना करने के मामले में चौथी सबसे छोटी पारी है. साथ ही पिछले 92 साल में पहली बार कोई टीम इतने कम ओवर खेल पाई है. आयरलैंड का यह तीसरा टेस्ट मैच था. उसे अपने पहले दो मैचों में पाकिस्तान और आयरलैंड से हार का सामना करना पड़ा था.