कंप्यूटर बाबा का दावा, कांग्रेस में शामिल होंगे भाजपा विधायक
नई दिल्ली: मध्य प्रदेश की कमलनाथ सरकार में दर्जा प्राप्त मंत्री कंप्यूटर बाबा ने दावा किया है कि भाजपा के चार और विधायक जल्दी ही कांग्रेस में शामिल होंगे। चार और भाजपा विधायकों के कांग्रेस पार्टी में शामिल होने की बात कहते हुए कंप्यूटर बाबा ने कहा, 'समय आने पर हम चार विधायकों को पेश करेंगे। माननीय मुख्यमंत्री कमलनाथ जी जब कहेंगे तो तब हम उनकी पेश करेंगे। वो हमारे संपर्क में हैं और उनकी भी जिज्ञासा है कि वो सरकार में शामिल हों। समय आने पर पूरी जानकारी बताएंगे कि वो मध्य प्रदेश के किस क्षेत्र से ताल्लुक रखते हैं।'
भाजपा विधायकों की नाराजगी से संबंधित पूछे गए एक सवाल का जवाब देते हुए कंप्यूटर बाबा ने कहा, 'बीजेपी से हमारे जैसे एक साधु संत नाराज हो गए तो बताइए विधायकों का क्या होगा। आपने सुन तो लिया कि दो विधायक कल नाराज हुए हैं। जो आने वाले चार विधायक हैं उनमें मेरी भूमिका है। आप समय का इंतजार करें।'
शिवराज सिंह पर हमला करते हुए कंप्यूटर बाबा ने कहा, 'मैं काम को ज्यादा महत्व देता हूं। जिस तरह से हमारे पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह नर्मदा को बेचकर खा गए। अभी हम लगातार दौड़ रहे हैं। सबसे ज्यादा अवैध रेत खनन का मामला जो हमने देखा है वो शिवराज सिंह के क्षेत्र में ही ज्यादा है। हमने कई कई ट्रॉलियां और ट्रैक्टर पकड़े गए हैं। वहां लगातार हमारा दौरा इसलिए हो रहा है कि कि नदियों का निरीक्षण कर सकें। शिवराज सरकार में जिस तरह से रेत के मामले में सबसे ज्यादा भ्रष्टाचार हुआ था, रेत माफिया बैठे थे उसे कम करने में समय लगेगा और मुख्यमंत्री कमलनाथ की अवैध खनन को रोकने की मंशा पूर्ण होगी और आने वाले समय में अवैध खनन पूर्ण रूप से खत्म हो जाएगा।'
कंप्यूटर बाबा का असली नाम नामदेव दास त्यागी है। कहा जाता है कि तेज दिमाग और आधुनिक कार्यशैली होने की वजह से उनका नाम कंप्यूटर बाबा पड़ा। राजनीति में खासी दिलचस्पी रखने वाले कंप्यूटर बाबा महामंडलेश्वर भी हैं और लैपटॉप और आधुनिक गैजेट्स के शौक रखते हैं। इसके अलावा कंप्यूटर बाबा सोशल मीडिया में भी सक्रिय रहते हैं। इंदौर के अहिल्या नगर में कंप्यूटर बाबा का भव्य आश्रम है। पूर्ववर्ती शिवराज सरकार में भी राज्यमंत्री रह चुके कंप्यूटर बाबा शिवराज सरकार के खिलाफ पहले भी मोर्चो खोल चुके हैं। हाल ही नर्मदा से रेत खनन का निरीक्षण करने हेलीकॉप्टर और अपने मंत्रालय में कमरे की मांग करने के बाद कम्प्यूटर बाबा ने नर्मदा नदी न्यास के लिए बजट की भी मांग की थी।