भूमाफिया घोषित होते ही आजम मामले में अखिलेश ने बनाई जांच कमेटी
लखनऊ: सपा संसाद आजम खान की मुश्किलें बढ़ती नजर आ रही है। आजम खान का नाम सूबे की सरकार ने भू माफियों की सूची में शामिल कर लिया है। खान पर सात दिन में 26 मुकदमे दर्ज किए गए हैं। इन 26 मामलों में से लगभग 15 मामले आईपीसी की धारा 342, 384, 447 और 506 के तहत मामले दर्ज किए गए हैं। पार्टी के बाहर दिक्कतों के साथ ही उनके खिलाफ पार्टी में दिक्कत बढ़ती नजर आ रही है। दरअसल, आजम खान पर लगे आरोपों की जांच के लिए समाजवादी पार्टी में एक कमेटी गठित की गई है जो जांच कर रिपोर्ट पार्टी मुखिया अखिलेश यादव को रिपोर्ट सौंपेगी। खबरों के मुताबिक विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष अहमद हसन के नेतृत्व वाली यह कमेटी 20 जुलाई को रामपुर पहुंचकर मामले की जांच करेगी और तीन दिन में अपनी रिपोर्ट सौंपेगी।
आजम खान रामपुर से सांसद है। इस समय अगर आजम खान को गिरफ्तार किया जाता है तो पुलिस को लोकसभा अध्यक्ष से मंजूरी लेनी होगी।गौरतलब है कि आजम पर आरोप है कि उन्होंने अपनी जौहर यूनिवर्सिटी के लिए किसानों से जोर जबरदस्ती करके जमीन को हथिया लिया। इसके लिए कई किसानों ने शपथ पत्र दायर कर उनपर आरोप लगाए हैं।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, रामपुर से सपा सांसद आजम खान और उनके एक सहयोगी के खिलाफ गुरूवार को 26 किसानों की करीब 5 हजार हेक्टेयर जमीन हड़पकर मोहम्मद अली जौहर विश्वविद्यालय के निर्माण में इस्तेमाल करने का आरोप में बीते एक हफ्ते में 26 मुकदमे दर्ज हो चुके हैं। जिसके बाद जिला प्रशासन ने आजम के खिलाफ कार्रवाई करते हुए उनका नाम ऐंटी-भू माफिया पोर्टल में दर्ज कर दिया। बता दें कि 2017 यूपी की सत्ता संभालते ही सीएम योगी आदित्यनाथ ने भू-माफिया की पहचान करने और जमीन पर अवैध कब्जा करने वालों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराने के लिए इस पोर्टल की शुरुआत की थी।