इंसानियत का असली पैग़ाम ब्लड डोनेशन में है: शफ़ीक़ चौधरी
आल इंडिया पयामे इंसानियत ने बलरामपुर अस्पताल में आयोजित किया रक्तदान शिविर
तौक़ीर सिद्दीक़ी
लखनऊ: ऑल इंडिया पयामे इंसानियत फोरम के तत्वाधान में आज बलरामपुर अस्पताल में नदवा कॉलेज के छात्रों ने रक्तदान किया। इस अवसर पर बलरामपुर अस्पताल के निदेशक डॉ राजीव लोचन ने बताया कि आमतौर पर मरीज को उसके परिजन रक्त देते हैं जिससे मरीज की जरूरत पूरी हो जाती है पर कई बार ऐसा भी होता है कि मरीज के तीमारदार रक्त का इंतजाम नहीं कर पाते हैं या आकस्मिक दुर्घटना के समय मरीज को तत्काल रक्त की जरूरत होती है तो हम रक्त के लिए इंतजार में नहीं बैठते हैं बल्कि इस तरह की संस्थाओं की मदद से एकत्र हुए रक्त को देकर मरीज की जान बचाते हैं।ऑल इंडिया पयाम इंसानियत का यह कार्य मानवता की सेवा में सहायक है।
संस्थान के वरिष्ठ कार्यकर्ता मोहम्मद शफ़ीक़ चौधरी ने इंस्टेंटख़बर डाट काम से बात करते हुए कहा कि आल इण्डिया पयामे इंसानियत फ़ोरम मौलाना अली मियां की तहरीक को आगे बढ़ाने का काम करता है और वह तहरीक है दुनिया में अम्न और भाइचारा क़ायम करना। उन्होने कहा ब्लड डोनेशन से बेहतर साम्प्रदायिक सौहार्द और भाईचारे का और कोई मैसेज हो ही नही सकता। ब्लड डोनेशन कैम्पों में किसने खून दिया हिन्दू ने या मुसलमान ने, किसको खून चढ़ा हिन्दू को या मुसलमान को? क्योंकि खून सिर्फ खून होता है जिसका रंग लाल होता है और किसी की ज़िन्दगी को बचाने में मददगार बनता है। इसलिये मेरी नज़र में इन्सानियत का असली पैग़ाम ब्लड डोनेशन है।
श्री चौधरी ने बताया कि फ़ोरम कई तरह के सामाजिक कार्य करती है। संस्था रक्तदान शिविरों का आयोजन, मेडिकल कैम्प, अस्पतालों में ग़रीबों को दवाईयों व फलों का वितरण करती है। इन सभी कार्यों में नदवा कालेज के छात्र बढ़चढ़ कर हिस्सा लेते हैं, इसके अलावा यह छात्र बाढ़ग्रस्त इलाक़ों में जाकर पाीड़ित लोगों की सहायता करते हैं। आज भी इस रक्तदान शिविर में नदवा कॉलेज के 100 से ज़्यादा बच्चों ने स्वेच्छा से यह महादान किया|
इस कार्यक्रम में बलरामपुर हॉस्पिटल के ब्लड बैंक विभाग के अरविंद प्रसाद और आर के विमल के अतिरिक्त के जी एम यू के पीडिया डिपार्टमेंट के प्रोफेसर राजीव चक्र, ऑल इंडिया पयामे इंसानियत फोरम के रियाज, मोहम्मद इसहाक़ और दूसरे कार्यकर्ता मौजूद रहे।