धोनी को धक्के मारकर बाहर निकालना पड़ेगा
नई दिल्ली : भारतीय क्रिकेट टीम के स्टार बल्लेबाज युवराज सिंह के पिता योगराज सिंह ने युवी के रिटायरमेंट के समय वादा किया था कि वो विश्व कप खत्म होते ही कई बड़े खुलासे करेंगे और बताएंगे कि युवराज को टीम से बाहर रखने और उनकी रिटायरमेंट के पीछे किसका हाथ है। अब भारतीय टीम सेमीफाइनल में हारकर विश्व कप से बाहर हो चुकी है और टीम की हार के बाद योगराज सिंह ने अपना वादा निभाते हुए कई चौंकाने वाले खुलासे किए हैं। उन्होंने रवि शास्त्री, महेंद्र सिंह धोनी से लेकर चयनकर्ताओं तक सभी को अपने निशाने पर लेते हुए काफी बुरा-भला कहा है।
योगराज सिंह ने एक इंटरव्यू में खुलासा करते हुए कहा, 'जब कुंबले को कोच और विराट कोहली को कप्तान बनाया गया, तो उन्होंने पहला काम ये किया कि युवराज सिंह को टीम में शामिल किया। युवराज ने टीम में आते ही इंग्लैंड के खिलाफ 150 रन बनाए और उसके बाद वेस्टइंडीज के खिलाफ अर्द्धशतक बनाया। उसके बाद जब कुंबले को कोच पद से हटाया जाता है, तो रवि शास्त्री कोच बनता है। शास्त्री कोच बनते ही सबसे पहला काम क्या करता है कि युवराज सिंह को टीम से बाहर करता है क्योंकि शास्त्री और धोनी की सोच एक जैसी है। मुझे दुख इस बात का है कि शास्त्री ने मेरे साथ भारत के लिए डेब्यू किया, मेरे साथ खेला और इतना बड़ा खिलाड़ी बना।'
योगराज सिंह ने कहा, 'मैं उम्मीद नहीं कर सकता था कि रवि शास्त्री भी इतना घटिया इन्सान हो सकता है। अब ये दोनों (धोनी और शास्त्री) मिल गए और युवराज को टीम से बाहर कर दिया क्योंकि बाहर श्रीनिवासन जैसे इंसान बैठे हुए थे। ये सिलसिला यहीं नहीं रूका और उसके बाद रवि शास्त्री ने यो-यो टेस्ट शुरू कर दिया। युवी से कहा गया कि यो-यो टेस्ट पास करोगे, तभी टीम में शामिल किया जाएगा। युवराज सिंह ने यो-यो टेस्ट पास किया, लेकिन इसके बावजूद उन्हें टीम में शामिल नहीं किया गया क्योंकि शास्त्री युवी को टीम में नहीं चाहता था। मुझे नहीं पता कि युवराज ने शास्त्री की कौन सी भैंस या बकरी चोरी कर ली, जो उसने ऐसा किया।'
युवी के पिता ने चीफ सेलेक्टर एमएसके प्रसाद को आड़े हाथों लेते हुए कहा, 'एमएसके प्रसाद जिसे क्रिकेट की ABC नहीं पता, सेलेक्टर बने हुए हैं। इन्होंने रायुडू के ऊपर विजय शंकर को ये कहकर तरजीह दी कि वो 3-डी प्लेयर है। इनसे कोई पूछे कि थ्री-डी प्लेयर होता क्या है? आपने चश्मा लगाकर पिक्चर देखनी है जो थ्री-डी प्लेयर है।' इसके अलावा योगराज सिंह ने पीसीए के सेलेक्टर शरनदीप सिंह को भी जमकर लताड़ा। उन्होंने कहा,' शरनदीप सिंह सेलेक्शन कमेटी को जाकर कहता है कि युवराज सिंह बूढ़े हो चुके हैं, आप किसी ओर को टीम में ले लो।'
योगराज सिंह ने 2015 विश्व कप के सेमीफाइनल और 2019 विश्व कप के सेमीफाइनल में भारत की हार के लिए महेंद्र सिंह धोनी को जिम्मेदार ठहराया है। योगराज सिंह ने भारत की न्यूजीलैंड के खिलाफ हार पर बोला, 'रवींद्र जडेजा बहुत बहादुरी से बल्लेबाजी कर रहे थे। अगर उस समय धोनी भी दो-तीन बड़े शॉट लगाता तो भारत दो ओवर पहले मैच जीत जाता। योगराज ने धोनी को 'जलेबी तलने वाला हलवाई' तक कह दिया। आग बबूले योगराज सिंह ने धोनी की धीमी बल्लेबाजी को भारत का हार कारण बताया। इसके अलावा युवी के पिता ने यहां तक कह दिया कि अगर धोनी ने सेमीफाइनल में डाइव लगाई होती, तो वो रन आउट ना होते।
योगराज सिंह ने कहा, 'महेंद्र सिंह धोनी ने गौतम गंभीर, वीरेंद्र सहवाग, वीवीएस लक्ष्मण, राहुल द्रविड़, युवराज सिंह जैसे कई बड़े खिलाड़ियों को मैदान से रिटायरमेंट नहीं लेने दी, अब अगर धोनी को मैदान से रिटायरमेंट मिली, तो मैं आवाज उठाऊंगा। जैसे इन बड़े खिलाड़ियों को संन्यास लेने के लिए मजबूर किया गया, वैसे ही धोनी को भी धक्के देकर बाहर निकालना चाहिए। पर मुझे लगता है कि धोनी खुद रिटायरमेंट नहीं लेगा, उसे धक्के मारकर बाहर निकालना पड़ेगा।'
योगराज सिंह के इन बड़े खुलासों के बाद ये देखना दिलचस्प होगा कि अब धोनी की तरफ से क्या रिएक्शन आता है। हालांकि, ये देखा गया है कि धोनी अक्सर इन सब विवादों से दूर ही रहे हैं और योगराज सिंह के इन आरोपों के बाद भी ऐसा लगता है कि वो चुप ही रहेंगे।