रवि शास्त्री ने कहा, धोनी को ऊपर बल्लेबाज़ी कराना एक अपराध होता
नई दिल्ली: आईसीसी विश्व कप 2019 के पहले सेमीफाइनल मैच में 10 जुलाई (बुधवार) को टीम इंडिया को न्यूजीलैंड के खिलाफ 18 रन से हार का सामना करना पड़ा था। इस मैच के बाद से इस बात पर सवाल खड़े किए जा रहे हैं कि महेंद्र सिंह धौनी को नंबर-7 पर बल्लेबाजी के लिए क्यों भेजा गया था। हेड कोच रवि शास्त्री ने अब इस पर चुप्पी तोड़ी है।
पूर्व क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर, सौरव गांगुली, सुनील गावस्कर जैसे दिग्गजों ने इस फैसले के लिए टीम मैनेजमेंट पर सवाल खड़े किए थे। इंडियन एक्सप्रेस से बातचीत के दौरान शास्त्री ने कहा, 'ये टीम का फैसला था, इस फैसले में सभी लोग शामिल थे। यह बहुत सिंपल फैसला था, मैच में जो चीज आप बिल्कुल नहीं चाहते थे हो वो ये थे कि धौनी जल्दी बल्लेबाजी करने आएं और आउट होकर लौट जाएं। ऐसे में हम लक्ष्य से बिल्कुल भटक जाते।' उन्होंने कहा, 'हमें बाद में उनके अनुभव की जरूरत थी। वो ऑल टाइम बेस्ट फिनिशर हैं, उनको बल्लेबाजी में ऊपर भेजना किसी अपराध से कम नहीं होता। टीम में सभी लोग इससे वाकिफ थे।'
सेमीफाइनल में धौनी से ऊपर ऋषभ पंत, हार्दिक पांड्या और दिनेश कार्तिक को भेजा गया। मैच में धौनी दुर्भाग्यपूर्ण तरीके से रनआउट हुए और भारत ने मैच 18 रन से गंवा दिया। हालांकि ऋषभ पंत के आउट होने के बाद का एक वीडियो खूब वायरल हुआ था, जिसमें कप्तान विराट काफी गुस्से में रवि शास्त्री के पास पहुंचे थे। ऐसा कहा जा रहा था कि धौनी को बैटिंग ऑर्डर में नीचे भेजने की वजह से विराट को गुस्सा आया था।