नई दिल्ली: भारत के बाद ऑस्ट्रेलिया भी विश्व कप 2019 से बाहर हो चुका है। दूसरे सेमीफाइनल मुकाबले में इंग्लैंड की टीम के हाथों कंगारूओं को 8 विकेट की करारी हार मिली है। इस मैच में ऑस्ट्रेलिया ने इंग्लैंड को जीत के लिए केवल 224 रनों का लक्ष्य दिया था जिसको मेजबानों ने आसानी से 32.1 ओवर में हासिल कर लिया। इस मैच में ऑस्ट्रेलिया की कहानी कुछ-कुछ वैसी ही रही जैसी भारतीय बल्लेबाजी की रही थी। बेहतरीन फॉर्म में चल रहा कंगारू टॉप ऑर्डर यहां पर फेल हो गया। लेकिन ऑस्ट्रेलिया विश्व कप से खाली हाथ नहीं लौट रहा है और इसकी वजह बने हैं मिशेल स्टार्क।

स्टार्क भले ही सेमीफाइनल मुकाबले में खास नहीं कर सके पर उन्होंने पूरे विश्व कप में जो गेंदबाजी की वह शानदार थी। यह इतनी बेहतरीन थी कि स्टॉर्क के नाम की छाप विश्व कप के इस संस्करण पर हमेशा के लिए पड़ चुकी है। बता दें कि सेमीफाइनल मुकाबले में एक विकेट लेकर स्टार्क ऐसे गेंदबाज बन चुके हैं जिसने विश्व कप के एक एडिशन में सबसे ज्यादा विकेट लिए हैं। स्टार्क ने विश्व कप के इस संस्करण में कुल 27 विकेट लिए। इससे पहले यह रिकॉर्ड उनके ही हमवतन ग्लेन मैक्ग्रा के पास था। मैक्ग्रा अब 26 विकेटों के साथ दूसरे पायदान पर चले गए हैं। उन्होंने यह विकेट 2007 विश्व कप में लिए थे।

इस फेहिस्त में कंगारूओं और श्रीलंकाईयों का ही दबदबा है। खासकर तेज गेंदबाजों ने अब तक विश्व कप के एक संस्करण में सबसे ज्यादा विकेट निकाले हैं। इस फेहरिस्त में तीसरे नंबर पर चामिंडा वास हैं जिन्होंने 2003 विश्व कप में 23 विकेट लिए थे। 23 विकेटों के साथ ही शॉन टेट और मुथैया मुरलीधरन भी इस लिस्ट में मौजूद हैं। इन दोनों ने यह कारनामा 2007 विश्व कप के दौरान किया था।