सचिन का रिकॉर्ड तोड़ने के लिए रूट-विलियमसन को चाहिए एक बड़ा सैकड़ा
नई दिल्ली: इंग्लैंड और न्यूजीलैंड की टीमें आईसीसी विश्व कप-2019 के फाइनल में पहुंच चुकी हैं। इनमें से कोई एक टीम पहली बार विश्व चैम्पियन बनकर इतिहास रचेगी। यह तो टीम की सफलता होगी लेकिन इन सबके बीच, इंग्लैंड के जोए रूट और न्यूजीलैंड के केन विलियमसन के पास व्यक्तिगत रूप से भी इतिहास रचने का मौका है।
रूट अगर रविवार को लॉर्डस स्टेडियम में होने वाले खिताबी मुकाबले में 125 रन बनाने में सफल होते हैं तो वह भारत के महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर के किसी एक विश्व कप में सबसे अधिक 673 रन बनाने का 16 साल पुराना रिकॉर्ड तोड़ने में सफल हो जाएंगे। इसी तरह, अगर विलियमसन ने 126 रनों की पारी खेली तो वह भी इस रिकॉर्ड को तोड़ अपना नाम स्वर्णिम अक्षरों में दर्ज कराने में सफल होंगे।
किसी भी खेल में रिकॉर्ड बनते ही टूटने के लिए हैं लेकिन कुछ रिकॉर्ड ऐसे होते हैं, जो सालों तक नहीं टूटते। किसी एक विश्व कप (50 ओवर) में सबसे अधिक रन बनाने का सचिन का यह रिकॉर्ड इन्हीं में से एक है।
केन और रूट के अलावा आईसीसी विश्व कप-2019 में तीन बल्लेबाज 600 रनों के आंकड़े को पार कर गए और ऐसा लगा कि सचिन का यह 16 साल पुराना रिकॉर्ड टूट जाएगा लेकिन ऐसा हो नहीं सका। अब नजर केन (548) और रूट (549) पर है, जो अब तक 600 रनों का आंकड़ा नहीं पार कर पाए हैं, लेकिन बावजूद इसके सचिन के रिकॉर्ड के करीब हैं।
इस साल भारत के रोहित शर्मा (648) और ऑस्ट्रेलिया के डेविड वॉर्नर (647) इस रिकॉर्ड के काफी करीब पहुंचे लेकिन वे इसे भेद नहीं सके। पांच शतक और एक अर्धशतक लगाने वाले रोहित इस रिकॉर्ड से 27 रन दूर रह गए जबकि तीन शतक और तीन अर्धशतक लगाने वाले वॉर्नर 28 रन दूर रहते हुए स्वदेश वापस लौट गए।
रोहित को न्यूजीलैंड के साथ हुए सेमीफाइनल मैच में सचिन द्वारा स्थापित इस मील के पत्थर को पार करने के लिए 28 रनों की जरूरत थी और पूरे टूर्नामेंट के दौरान जिस तरह की बल्लेबाजी उन्होंने की थी, उसे देखते हुए लग रहा था कि वह आसानी से अपने मुम्बइया साथी को पीछे छोड़ देंगे लेकिन रोहित अपनी अंतिम पारी में एक रन ही बना सके।
इसी तरह, वॉर्नर ने अपनी अंतिम पारी में नौ रन बना सके। वॉर्नर इंग्लैंड के साथ हुए सेमीफाइनल मैच में सस्ते में आउट हुए और उनकी टीम इस मैच में हारकर विश्व कप से बाहर हो गई। अब न्यूजीलैंड तथा इंग्लैंड फाइनल में पहुंच चुके हैं और इस साल क्रिकेट जगह को नया विश्व चैम्पियन मिलने वाला है।
सचिन की बात करें तो 2003 में इस महान बल्लेबाज ने 11 मैचों की 11 पारियों में 61.18 की औसत से कुल 673 रन बनाए थे। इसमें छह अर्धशतक और एक शतक शामिल था। सचिन का सर्वोच्च व्यक्तिगत स्कोर 152 रन रहा था। सचिन ने विश्व कप में छह शतक लगाए हैं। रोहित ने हालांकि इस रिकॉर्ड की बराबरी कर ली है।
सचिन के नाम विश्व कप मुकाबलों में कुल 15 अर्धशतक हैं, जो एक रिकॉर्ड है। उनके बाद सबसे अधिक 10 अर्धशतक बांग्लादेश के शाकिब ने लगाए हैं, जो इस विश्व कप में दो शतक और पांच अर्धशतकों की मदद से कुल 606 रन बनाने में सफल रहे।