27 साल बाद इंग्लैंड विश्व कप के फाइनल में
सेमीफाइनल में चैम्पियन ऑस्ट्रेलिया पर हासिल की एकतरफा जीत
बर्मिंघम: मेजबान इंग्लैंड आईसीसी विश्व कप 2019 के फाइनल में पहुंच गया है। इंग्लैंड ने गुरुवार को दूसरे सेमीफाइनल में ऑस्ट्रेलिया को 8 विकेट से करारी शिकस्त दी। बर्मिंघम के एजबेस्टन मैदान पर खेले इस मैच में इंग्लैंड ने पहले शानदार गेंदबाजी और फिर बेहतरीन बल्लेबाजी की। टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने के बाद ऑस्ट्रेलिया ने 223 रन की चुनौती पेश की। जवाब में इंग्लैंड ने 32.1 ओवर में दो विकेट गंवाकर इस लक्ष्य को आसानी से हासल कर लिया। इंग्लैंड की अब खिताब के लिए भिड़ंत 14 जुलाई को न्यूजीलैंड से भिड़ंत होगी। इंग्लैंड की टीम चौथी बार फाइनल में पहुंची है। वहीं, मौजूदा चैंपियन ऑस्ट्रेलिया आठवीं बार फाइनल में पहुंचने से रह गई। ऑस्ट्रेलियाई टीम को पहली बार सेमीफाइनल में हार का मुंह देखना पड़ा है। इंग्लैंड 1979, 1987 और 1992 में फाइनल तक पहुंचा लेकिन विश्व कप नहीं जीत सका था। हालांकि, इस बार मेजबान टीम को शुरू से खिताब का प्रबल दावेदार माना जा रहा था। अब इंग्लैंड और न्यूजीलैंड का फाइनल में पहुंच जाने से वनडे क्रिकेट को नया चैंपियन मिलना तय हो गया है। दरअसल, यह दोनों टीमें कभी भी विश्व खिताब अपने नाम नहीं कर सकी हैं।
कंगारू टीम की तरफ से सर्वाधिक रन स्टीव स्मिथ ने बनाए। उन्होंने 119 गेंदों में 6 चौकों की मदद से 85 रन की पारी खेली। स्मिथ अपने नौवें वनडे शतक की ओर बढ़ रहे थे लेकिन 48वें ओवर में रन आउट हो गए। उनके अलावा एलेक्स कैरी (46), एरोन फिंच (0), मार्किस स्टोइनिस (0), मिशेल स्टार्क (29), ग्लेन मैक्सवेल (22), डेविड वॉर्नर (9), पैट कमिंस (6) पीटर हैंड्सकॉम्ब (4) और जेसन बेहरनडॉर्फ ने 1 रन का योगदान दिया। वहीं, नाथन ल्योन 5 रन बनाकर नाबाद रहे। इंग्लैंड की ओर से क्रिस वॉक्स और आदिश राशिद ने तीन-तीन जबकि जोफ्रा आर्चर ने दो और मार्क वुड ने एक विकेट हासिल किया।ऑस्ट्रेलिया ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया। ऑस्ट्रेलिया ने अपनी टीम में एक बदलाव किया। ऑस्ट्रेलिया ने चोटिल उस्मान ख्वाजा की जगह पीटर हैंड्सकॉम्ब को अंतिम एकादश में शामिल किया। वहीं, इंग्लैंड ने अपनी टीम में कोई बदलाव नहीं किया।
टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए ऑस्ट्रेलियाई टीम ने बेहद खराब आगाज किया। इंग्लैंड ने बेहतरीन गेंदबाजी करते हुए ऑस्ट्रेलिया के शुरुआत में बड़े झटके दिए। ऑस्ट्रेलिया के तीन बल्लेबाज महज 14 रन के कुल स्कोर पर आउट हो गए। शानदार फॉर्म में चल रहे सलामी बल्लेबाज एरोन फिंच बिना खाता खोले ही पवेलियन लौट गए। उन्हें जोफ्रा आर्चर ने दूसरे ओवर की पहली गेंद पर एलबीडब्ल्यू आउट किया। हालांकि, फिंच अंपायर के फैसले से सहमत नहीं दिखे। उन्होंने रिव्यू लेने का निर्णय लिया जो उनका पक्ष में नहीं रहा। रिव्यू में दिखा कि गेंद स्टंप पर लग रही है।
वहीं, डेविड वॉर्नर भी सस्ते में अपना विकेट गंवा बैठे। वह 11 गेंदें खेलकर 2 चौकों की मदद से सिर्फ 9 रन ही बना सके। उन्हें क्रिस वॉक्स ने तीसरे ओवर की चौथी गेंद पर अपना शिकार बनाया। वह वॉक्स की गेंद को पिच पर पड़ने के बाद भांप नहीं पाए और गेंद उनके बल्ले का किनारा लेकर दूसरी स्लिप में खड़े जॉनी बेयरस्टो के हाथों में चली गई। ऑस्ट्रेलिया को तीसरा झटका पीटर हैंड्सकॉम्ब के तौर पर लगा। वॉर्नर के आउट होने के बाद हैंड्सकॉम्ब सातवें ओवर की पहली गेंद पर आउट हो गए। उन्होंने 12 गेंदों में 4 रन ही बना पाए। उन्हें वॉक्स ने बोल्ड कर पवेलियन भेजा। हैंड्सकॉम्ब का यह विश्व डेब्यू मैच था।
तीन विकेट जल्द गिरने के बाद स्टीव स्मिथ और एलेक्स कैरी ने मोर्चा संभाला। दोनों ने चौथे विकेट के लिए 103 रन की अहम साझेदारी कर टीम को लड़खड़ाने से बचाने का प्रयास किया। दोनों काफी देर तक अपनी इस रणनीति में कामयाब रहे लेकिन कैरी के 28वें ओवर की दूसरी गेंद पर आउट होने के बाद यह साझेदारी टूट गई। उन्हें आदिल राशिद ने सब्स्टीट्यूट फील्डिर जेम्स विंस के हाथों लपकवाया। उनका विकेट 117 के कुल स्कोर पर गिरा। कैरी ने 70 गेंदों में 46 रन बनाए। इस दौरान उन्होंने 4 चौके लगाए। कैरी के पवेलियन लौटती ही कंगारू टीम दोबारा मुश्किल में घिर गई। राशिद ने कैरी को आउट करने के बाद इसी ओवर की आखिरी गेंद पर मार्कस स्टोइनिस को पवेलियन की राह दिखाई। स्टोइनिस ने 2 गेंदें खेलीं मगर वह अपना खाता नहीं खोल पाए।
ऑस्ट्रेलिया को छठा विकेट ताबड़ोतड़ बल्लेबाजी के लिए मशहूर ग्लेन मैक्सवेल के रूप में गिरा। स्टोइनिनस के आउट होने के बाद क्रीज पर आए मैक्सवेल का बल्ला फिर खामोश रहा। मैक्सवेल से टीम को बड़ी पारी की उम्मीद थी लेकिन वह आशानुरूप प्रदर्शन करने में सफल नहीं रहे। वह 23 गेंदों में 22 रन ही बना सके। पांच बल्लेबाजों के जल्द आउट होने का दबाव उनपर साफ नजर आया। मैक्सवेल को जोफ्रा आर्चर ने 35वें ओवर की पांचवीं गेंद पर अपना शिकार बनाया। वह बड़ा शॉट मारने की फिराक में इयोन मॉर्गन को कैच थमा बैठे। उनका विकेट 157 के कुल स्कोर पर गिरा। उन्होंने छठे विकेट के लिए स्मिथ के साथ 39 रन जोड़े। मैक्सवेल इस विश्व कप में प्रभावी प्रदर्शन करने में कामयाब नहीं रहे हैं। उन्होंने अब तक सबसे लंबी पारी श्रीलंका के खिलाफ खेली जहां उन्होंने नाबाद 46 रन बनाए।