मैं अमेठी की लड़ाई दिल्ली में लड़ता रहूंगा: राहुल
अमेठी: कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने आज कहा कि अमेठी उनका घर-परिवार है और वह इसे कभी नहीं छोड़ेंगे। अमेठी लोकसभा सीट से हाल में मिली पराजय के बाद पहली बार यहां पहुंचे राहुल ने पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं के साथ समीक्षा बैठक में कहा कि अमेठी उनका घर है और वह इसका दामन कभी नहीं छोड़ेंगे। बैठक में शामिल युवक कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष नदीम अशरफ जायसी के मुताबिक राहुल ने कहा, ‘अमेठी मेरा घर-परिवार है। मैं अमेठी नहीं छोडूंगा। मैं और (कांग्रेस महासचिव) प्रियंका गांधी यहां आते रहेंगे।’ बकौल जायसी, राहुल ने कहा, ‘अमेठी का विकास बाधित नहीं होने दिया जाएगा। मैं वायनाड का सांसद हूं मगर अमेठी से हमारा तीन पीढ़ियों का रिश्ता है। मैं अमेठी की लड़ाई दिल्ली में लड़ता रहूंगा।’
ध्यान से सुनी कार्यकर्ताओं की बातेंः बैठक में शामिल रहे प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सदस्य डॉक्टर नरेंद्र मिश्र के मुताबिक राहुल ने बैठक में कहा, ‘‘लोकसभा चुनाव में कार्यकर्ताओं ने काम किया पर स्थानीय नेता जनता से दूर रहे। इसी वजह से यहां उनकी हार हुई। बहरहाल, चुनाव में हार और जीत होती रहती है। इससे घबराने की जरूरत नहीं है। आप लोग जनता से जुड़ें, सब ठीक हो जाएगा।’’ मिश्र के मुताबिक राहुल ने पार्टी पदाधिकारियों के साथ गहन मंथन किया और कार्यकर्ताओं की बातें बेहद संजीदगी से सुनीं।
मिश्र ने बताया कि कांग्रेस के जिला स्तर से लेकर बूथ स्तर तक के कार्यकर्ताओं ने अपनी बात राहुल के सामने रखी। अधिकतर कार्यकर्ताओ ने संगठन की कमजोरी और प्रशासन द्वारा धांधली कराए जाने का आरोप लगया। कई नेताओं ने कांग्रेस सेवादल, युवक कांग्रेस, महिला कांग्रेस, एनएसयूआई सहित कांग्रेस के अनुषंगिक संगठनों की घोर उपेक्षा को भी हार का बड़ा कारण बताया।
अमेठी के बदले राजनैतिक स्वरूप में आयोजित राहुल की इस समीक्षा बैठक में जिला कांग्रेस कमेटी, कांग्रेस के सभी अनुषंगिक संगठनों के पदाधिकारी, पार्टी की सभी ब्लॉक तथा बूथ इकाइयों के पदाधिकारी भी शामिल थे।करीब तीन घंटे चलने वाली बैठक को महज 50 मिनट में समाप्त करने के बाद राहुल रायबरेली जिले के छतोह ब्लॉक स्थित दो गांवों का दौरा करने के लिये रवाना हो गए, जहां से वह दिल्ली जाने के लिये लखनऊ रवाना होंगे। इसके पहले, राहुल कांग्रेस की तिलोई विधानसभा इकाई के प्रभारी माता प्रसाद वैश्य के मामा और गौरीगंज के वयोवृद्ध समाजसेवी गंगा प्रसाद गुप्त के घर शोक संवेदना व्यक्त करने पहुंचे थे। गुप्त का 25 जून को निधन हो गया था।
राहुल के अमेठी दौरे के दौरान राहुल गांधी जब एक चौराहे पर रुके तो कुछ समर्थक उनके पास आ गए। इस दौरान एक नौजवान दुकानदार उनके पास आया और उन्हें अपने हाथों से जलेबी खिलाई। इसके बाद उनके समर्थकों ने उनके साथ फोटो भी खिंचवाई।