बीएसडीयू कर रहा है स्मार्ट इंडिया हैकथॉन 2019 हार्डवेयर एडिशन के ग्रैंड फिनाले की मेजबानी
भारतीय स्किल डेवलपमेंट यूनिवर्सिटी (बीएसडीयू) ने आज स्मार्ट इंडिया हैकथॉन 2019 हार्डवेयर एडिशन के ग्रैंड फिनाले की मेजबानी का आरंभ किया स्मार्ट इंडिया हैकथॉन 2019 का आयोजन मानव संसाधन विकास मंत्रालय, भारत सरकार की ओर से किया जा रहा है। मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल ने दिल्ली से इस कार्यक्रम का उद्घाटन किया। जयपुर स्थित भारतीय स्किल डेवलपमेंट यूनिवर्सिटी (बीएसडीयू) इस राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता की मेजबानी करने वाले 18 सेंटर्स में से एक है। 18 सेंटर में बीएसडीयू सहित आईआईटी, एनआईटी और भारत भर के शीर्ष इंजीनियरिंग कॉलेज जैसे संस्थान शामिल हैं। समारोह के मुख्य अतिथि प्रदेश कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष श्री राजीव अरोड़ा थे जबकि 2016 में राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के हाथों ’नारी शक्ति’ सम्मान से सम्मानित दीपा माथुर, जेकेे लक्ष्मीपत यूनिवर्सिटी के उप कुलपति डाॅ आर एल रैना, आरयूजे एंड एसआरएम मशीन्स प्राइवेट लिमिटेड के एम डी श्री जयंत जोशी, भारतीय स्किल डवलपमेंट यूनिवर्सिटी (बीएसडीयू), जयपुर में कंप्यूटिंग स्किल्स के प्रोफेसर एंड प्रिंसिपल और स्मार्ट इंडिया हैकथॉन 2019 की आॅर्गनाइजिंग कमेटी के चेयरमैन प्रो अनुराग और बीएसडीयू के प्रेसीडेंट डॉ. (ब्रिगेडियर) सुरजीत सिंह पाब्ला जैसी गणमान्य हस्तियां भी इस अवसर पर मौजूद रहीं। स्मार्ट इंडिया हैकथॉन दुनिया का सबसे बडा ओपन हैकथाॅन है और लगातार तीसरे साल भारत में इसका आयोजन हो रहा है। 2235 कॉलेजों के 1.2 लाख से अधिक छात्रों ने 198 से अधिक प्राॅब्लम साॅल्विंग स्टेटमेंट के लिए अपनी प्रविष्टियां भेजीं, जो केंद्र सरकार के 9 मंत्रालयों के विभिन्न विभागों और 40 से अधिक उद्योगों द्वारा प्रस्तुत किए गए थे। आईआईटी और एनआईटी सहित 178 विभिन्न कॉलेजों की लगभग 250 टीमें इस कार्यक्रम में भाग ले रही हैं। आज से शुरू होने वाली सभी टीमें 12 जुलाई तक परिणाम घोषित होने तक लगातार काम करेंगी। जीतने वाले प्रोजेक्ट को सरकार से अनुदान मिलेगा। सभी टीमों में 6 प्रतिभागी और 2 शिक्षक शामिल हैं। मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल ने इस अवसर विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा, ’यह न्यू इंडिया में एक मील का पत्थर साबित होगा। इसमें बहुत से लोग भाग ले रहे हैं और अपने नवाचारों के माध्यम से न्यू इंडिया में अपना योगदान दे रहे हैं। यह प्रतियोगिता न केवल छात्रों को अपने नवाचारों को प्रदर्शित करने में मदद करेगी, बल्कि देश को इन प्रौद्योगिकियों का फायदा मिलेगा। नवाचार यानी इनोवेशन, देश का आदर्श वाक्य होना चाहिए। हमें देश को विकसित करने के लिए अधिक से अधिक आविष्कार और नवाचार करना चाहिए और देश को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाने में मदद करनी चाहिए।’बीएसडीयू के कुलपति डॉ. (ब्रिगेडियर) सुरजीत सिंह पाब्ला ने कहा, ’हम स्मार्ट इंडिया हैकथॉन के ग्रैंड फिनाले की मेजबानी करते हुए बेहद प्रसन्न हैं। यह छात्रों को अपने विचारों को वास्तविकता में लाने का मौका दे रहा है। इसमें भाग लेने वाले युवा प्रतिभागी बहुत रचनात्मक हैं और वे स्मार्ट तकनीक, नए नवाचार और नई समस्याओं के नए समाधानों के साथ आकर हमारे और देश के भविष्य को बेहतर बनाने में मदद करेंगे। यह दौर तकनीक में बड़े बदलाव का है। ऐसे में हमें इस मेगा इवेंट के माध्यम से भविष्य के उद्यमियों, इनोवेटर्स के लिए एक आधार तैयार कर रहे हैं।‘