सेमीफाइनल से पहले बोले कोहली- दबाव के मौकों पर टीम हमेशा खरी उतरी है
मैनचेस्टर: टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली ने सोमवार को कहा कि उनकी टीम विश्वास से भरी हुई है और न्यूजीलैंड के खिलाफ पहले सेमीफाइनल में उन्हें जीत का पूरा भरोसा है। केन विलियमसन के नेतृत्व वाली न्यूजीलैंड के खिलाफ हाई वोल्टेज मैच से पहले प्रेस कांफ्रेंस में बातचीत करते हुए कोहली ने कहा कि दबाव के मौकों पर टीम इंडिया हमेशा खरी उतरी है। कोहली ने कहा कि न्यूजीलैंड के खिलाफ भारतीय टीम जीत की रणनीति के साथ मैदान संभालेगी।
भारतीय कप्तान ने मौजूदा विश्व कप में रिकॉर्ड पांच शतक जमाने वाले रोहित शर्मा की जमकर तारीफ की। उन्होंने कहा, 'मेरे ख्याल से रोहित दुनिया के नंबर-1 बल्लेबाज हैं। मुझे उम्मीद है कि वह अगले दो मैचों में भी बेहतरीन प्रदर्शन करेंगे और उम्मीद है कि शतक जमाएंगे।' इसके साथ ही कोहली ने भारतीय गेंदबाजों की तारीफ करते हुए कहा कि मौजूदा समय में टीम इंडिया का गेंदबाजी आक्रमण सर्वश्रेष्ठ है। कोहली ने भरोसा जताया कि नॉकआउट मैच में भारतीय टीम न्यूजीलैंड से बेहतर प्रदर्शन करने में कामयाब होगी।
भारतीय कप्तान ने कहा, 'हमारी गेंदबाजी शानदार है। कम स्कोर वाले मैच में भी हमने अच्छी गेंदबाजी की। न्यूजीलैंड के गेंदबाजी भी अच्छी है। मिचेल सैंटनर अच्छी गेंदबाजी कर रहे हैं। अच्छी गेंदबाजी के सामने जो प्रदर्शन करेगा, जीत उसकी होगी।'
विराट कोहली ने एक पत्रकार द्वारा पूछे सवाल पर महेंद्र सिंह धोनी की जमकर तारीफ की। उन्होंने कहा, 'मैंने धोनी की कप्तानी में अपने करियर की शुरुआत की थी। मैं उनकी हमेशा इज्जत करता हूं। वह हमेशा मेरे कप्तान रहेंगे। धोनी बहुत खुशमिजाज हैं। धोनी से कुछ भी पूछो तो अच्छी सलाह देते हैं। इससे बड़ी बात यह है कि वह मुझे कप्तानी करने देते हैं। मैं उनके साथ इतने साल खेलकर अपने आप को भाग्यशाली मानता हूं।'
विराट कोहली ने बताया कि सेमीफाइनल से पहले टीम इंडिया के खिलाडि़यों का मूड कैसा है। उन्होंने बताया कि टीम के सभी खिलाड़ी काफी रिलेक्स्ड और आत्मविश्वास से भरे हैं। उन्होंने साथ ही कहाा कि टूर्नामेंट में हर टीम को कड़ी मेहनत करनी होती है। हमने भी कई रोमांचक मैच खेले। खुश हैं कि हम सेमीफाइनल में पहुंचे। आगे आने वाले मौके लिए हम बेहद उत्साहित हैं।
कोहली ने कहा कि लीग मैच में टीम रिलेक्स रहती है। नॉकआउट में आपको तनाव के साथ काफी फोकस्ड रहना होता है। फैसला लेना अहम है। दोनों टीमें अनुभवी हैं। न्यूजीलैंड पिछली बार फाइनल में पहुंची थी। उसे अंदाजा है कि नॉकआउट मैच में कैसा खेलना है। जो टीम मैच के दिन जज्बा दिखाती है, उसके जीतने के अवसर ज्यादा होते हैं।