ओलंपिक डे रन में दौड़ा लखनऊ, खेलों की दुनिया में महाशक्ति बनने का लिया संकल्प
लखनऊ। खेलों को आगे बढ़ाने, देश व प्रदेश का नाम रोशन करने के लिए खिलाड़ियों में खेल भावना की अलख जगाने के संकल्प के साथ आज मूव, लर्न एंड डिस्कवर की थीम के साथ ओलंपिक डे रन के आयोजन में सैकड़ों की संख्या में खिलाड़ियों के साथ खेल प्रेमियों ने भी हिस्सा लिया। इस दौरान सभी खिलाड़ियों व संघ पदाधिकारियों को खेल के प्रति सजगता व खेल भावना की शपथ दिलाई गई।
उत्तर प्रदेश ओलंपिक एसोसिएशन द्वारा ओलंपिक दिवस‘-2019 पर आइकोनिक ओलंपिक गेम्स अकादमी के सहयोग से आयोजित यह दौड़ सुबह सात बजे शहीद स्मारक से शुरू होकर केडी सिंह बाबू स्टेडियम पर खत्म हुई। इस रन की खास बात यह रही कि इसमें प्रतिस्पर्धा की जगह खेल भावना के साथ दौड़े सभी एथलीटों को यूपी ओलंपिक एसोसिएशन की ओर से प्रमाणपत्र और ओलंपिक रन टी शर्ट प्रदान की गई।
दौड़ को सुबह सात बजे शहीद स्मारक पर खेल निदेशक डा.आरपी सिंह ने ओलंपिक फ्लैग दिखाकर रवाना किया। वहीं केडी सिंह बाबू स्टेडियम पर आयोजित समापन समारोह में मुख्य अतिथि श्री ए.सतीश गणेश (आईपीएस, आईजी पीएसी मुख्यालय) ने प्रतिभागी खिलाड़ियों को प्रमाणपत्र देते हुए उन्हें खेल जीवन में आगे बढ़ने की शुभकामनाएं दी। उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि देश में सिर्फ खिलाड़ियों को ही यह सम्मान मिलता है कि जब वह स्वर्ण पदक जीतते है तो उनके देश का राष्ट्रीय गान बजता है और झंडा लहराया जाता है और वह राष्ट्रीय झंडा अपने कंधे पर लेकर पूरे स्टेडियम का चक्कर लगाते है। इसलिए आप इतनी कड़ी मेहनत करिए कि वह पल आपकी जिंदगी में आए और आप देश व प्रदेश का गौरव बढ़ाए।
इस अवसर पर खेल निदेशक डा.आरपी सिंह ने कहा कि ओलंपिक दिवस का आयोजन इसलिए होता है कि आप इसमें हिस्सा लेकर ओलंपिक मूवमेंट की मजबूती के साथ अपनी खेल भावना को भी बढ़ाए और खेलों की दुनिया में चमके। उन्होंने कहा कि 1948 में ओलंपिक मूवमेंट को आगे बढ़ाने के लिए शुरू किए ओलंपिक डे समारोह की यह 71वीं वर्षगांठ है और पूरी दुनिया में खेलों को आगे बढ़ाने के लिए संकल्प लिए जाते हैं। इसके लिए विभिन्न खेल आयोजन होते हैं।
यूपी ओलंपिक एसोसिएशन के महासचिव श्री आनन्देश्वर पाण्डेय ने बताया कि ओलंपिक दिवस 23 जून को मनाया जाता है तथा पूरे सप्ताह विभिन्न खेलों का आयोजन किया जाता है ताकि खिलाड़ियों में पूरे समर्पण के साथ कड़ी मेहनत करने के लिए खेल भावना का विकास हो और वह एक अच्छे खिलाड़ी बनकर उभरे। उन्होंने कहा कि इस दौड के प्रतिभागियों को जो प्रमाणपत्र दिए जा रहे है उन पर अंतर्राष्ट्रीय ओलंपिक समिति के अध्यक्ष थामस बाक और भारतीय ओलंपिक एसोसिएशन के महासचिव श्री राजीव मेहता के हस्ताक्षर है जो आपको आगे बढ़ने की प्रेरणा देंगे।
आयोजन समिति के चेयरमैन श्री सैयद रफत (इंटरनेशनल ताइक्वांडो खिलाड़ी) के अनुसार आप लोग इस संकल्प के साथ कड़ी मेहनत करे ताकि हमारा देश ओलंपिक व अन्य अंतर्राष्ट्रीय आयोजनों में एक महाशक्ति बनकर उभरे। उन्होंने बताया कि पीएम मोदी ने कहा था कि ये न्यू इंडिया है तो आप भी ये संकल्प ले कि ये न्यू इंडिया है जो खेलेगा भी और जीतेगा भी। उन्होंने कहा कि खेलों से एक स्वस्थ भारत के निर्माण में भी मदद मिलेगी। उन्होंने इस अवसर पर आयोजन की रूपरेखा बनाने वाले श्री आनन्देश्वर पाण्डेय की शख्सियत पर एक शेर भी पढ़ा कि "खुदा करें सलामत रहे हिम्मत तेरी। ये चिराग कई आंधियों पर भारी है।"
वहीं इस आयोजन को सफल बनाने के लिए उत्तर प्रदेश ओलंपिक एसोसिएशन और आइकोनिक ओलंपिक गेम्स अकादमी के वालंटियरों की टीम के साथ यूपी एथलेटिक्स एसोसिएशन के सचिव पीके श्रीवास्तव के साथ एसोसिएशन के निर्णायक भी सक्रिय रहे।
इस अवसर पर श्री मनीष कक्कड़ (कोषाध्यक्ष, यूपी ओलंपिक एसोसिएशन), श्री विनय सिंह (संयुक्त सचिव, यूपी हैण्डबॉल एसोसिएशन), श्री नवीन दास (संयुक्त सचिव, यूपी हैण्डबॉल एसोसिएशन), यूपी पुलिस में स्पोर्ट्स आफिसर श्री जटाशंकर (ओलंपियन एथलीट), श्री गुलाब चंद (एशियन मेडलिस्ट एथलीट), श्री जितेंद्र यादव (क्षेत्रीय क्रीड़ाधिकारी लखनऊ) व स्पोर्ट्स नेटवर्क इंडिया के निदेशक आनंद किशोर पाण्डेय भी मौजूद थे।