नृत्य प्रशिक्षण से बढ़ा बच्चों का आत्मविश्वास
लखनऊ: होली रिमीडर चर्च आलमबाग परिसर के स्नेहालय में ज्वाइन हैण्ड्स फाउण्डेशन की ओर से बच्चों के लिए आयोजित एक महीने के नृत्य शिविर का समापन हो गया। इस प्रशिक्षण शिविर में अनुभवी लोक नृत्यांगना ज्योति किरन और उभरती कथक नृत्यांगना ईशा रतन ने बच्चों को लोकनृत्य के संग कथक की प्रारम्भिक जानकारी दी और कई गीतों की कोरियोग्राफी कराई। स्नेहालय परिसर में आज हुई प्रस्तुति में रंजू, दिव्या, अंजलि, सोनाली, सलोनी, पायल, रचना, काजल, मनु, मधु आदि 25-30 बच्चों ने कथक मे टुकड़े, तिहाई, तत्कार और चक्कर का प्रदर्शन किया। इसके बाद बाॅलीवुड गीत- नगाड़े संग ढोल बाजे……, नैनो वाले ने छेड़ा मन का प्याला…., आजा नच ले….. और लम्बरगिन्नी…. जैसे गीतों पर प्रस्तुति दी। इस अवसर पर स्नेहालय की संचालिका सिस्टर ग्रेस ने सबका स्वागत किया और कहा कला, संस्कृति और जागरूकता के ऐसे शिविर व कार्यक्रम यहां बराबर आयोजित किये जायेंगे। बाल प्रतिभागी दिव्या ने कहा कि कैम्प में आकर जहां उन्हें कथक की जानकारी मिली वहीं नृत्य सीखने के बाद उनका आत्मविष्वास बढ़ा है कि वह भी कुछ कर सकती हैं। रंजू ने कहा कि खुद के करने और सीखकर करने में क्या फर्क है यह उन्हें समझ में आया। फाउण्डेषन के अध्यक्ष रेज़ी लारेंस राॅस ने बताया कि सांस्कृतिक-सामाजिक और इस तरह के स्वास्थ्य शिविरों का आयोजन हम पहले भी करते रहे हैं और आगे भी अन्य सहायतार्थ कार्यक्रमों के साथ किया जाएगा। इन बच्चों को अन्य गतिविधियां संचालित करने के साथ आगे भी मंच प्रदान किया जायेगा।