लखनऊ: बहुजन समाज पार्टी प्रमुख मायावती ने प्रधानमंत्री नरेंद्र की एक राष्ट्र, एक चुनाव पर आहूत सर्वदलीय बैठक पर सवाल उठाए हैं। मायावती ने बुधवार को ट्वीट किया, किसी भी लोकतांत्रिक देश में चुनाव कभी कोई समस्या नहीं हो सकती है और न ही चुनाव को कभी धन के व्यय-अपव्यय से तौलना उचित है। देश में ’एक देश, एक चुनाव’ की बात वास्तव में गरीबी, महंगाई, बेरोजगारी, बढ़ती हिंसा जैसी ज्वलन्त राष्ट्रीय समस्याओं से ध्यान बांटने का प्रयास व छलावा मात्र है।

एक अन्य ट्वीट में मायावती ने कहा, बैलेट पेपर के बजाए ईवीएम के माध्यम से चुनाव की सरकारी जिद से देश के लोकतंत्र व संविधान को असली खतरे का सामना है। ईवीएम के प्रति जनता का विश्वास चिन्ताजनक स्तर तक घट गया है। ऐसे में इस घातक समस्या पर विचार करने हेतु अगर आज की बैठक बुलाई गई होती तो मैं अवश्य ही उसमें शामिल होती। गौरतलब है कि प्रधानमंत्री मोदी ने 'एक राष्ट्र, एक चुनाव' पर चर्चा के लिए बुधवार को सर्वदलीय बैठक बुलाई है।

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 'एक देश एक चुनाव' के मुद्दे पर बुलाई गई सर्वदलीय बैठक में शामिल नहीं होंगी। ममता ने केंद्रीय संसदीय कार्यमंत्री प्रह्लाद जोशी को चिठ्ठी लिखकर इस बात की सूचना दी है। इसके अलावा टीडीपी प्रमुख एन चंद्रबाबू नायडू और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल भी बैठक में शामिल नहीं होंगे।