नई दिल्ली: बिहार में लोग लू और बुखार से बेहाल है। मगध व शाहाबाद क्षेत्र में लू ने मंगलवार को भी 42 लोगों की जान ले ली। वहीं मुंगेर में 05 व नालंदा, पटना, वैशाली, छपरा, बेगूसराय, बक्सर व अरवल में 17 लोग लू के शिकार हुए हैं। मधेपुरा में भी लू से दो मौत होने की बात सामने आई है।

लू से मौत का यह सिलसिला थम नहीं रहा। तीन दिन में लू से अब तक 246 लोगों की मौत हो चुकी है। उनके दाह संस्‍कार के लिए लकड़ियां भी कम पड़ती दिख रहीं हैं। आपदा प्रबंधन विभाग की ओर से मृतकों के परिजनों को अनुग्रह अनुदान राशि मुहैया कराए जाने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने प्रदेश में भीषण गर्मी और लू के कारण हुई मौत के मामलों की कल समीक्षा की थी और आवश्यक निर्देश दिए थे। मुख्यमंत्री द्वारा की गयी समीक्षा के बाद मुख्य सचिव दीपक कुमार ने बताया था कि मौसम विभाग से प्राप्त जानकारी के मुताबिक अगले तीन दिनों तक मौसम की यही स्थिति बने रहने की संभावना के मद्देनजर सरकार ने 22 जून तक पूरे राज्य में सारे स्कूल, कोचिंग सस्थान और कॉलेज को बंद रखने का निर्णय किया है।

उन्होंने बताया कि प्रदेश में जारी निर्माण कार्य सुबह दस बजे से पहले और शाम में कराए जाने का निर्णय लिया गया। पटना में शनिवार को अधिकतम तापमान 2009 के बाद के पिछले 10 वर्षों के रिकॉर्ड को पार कर गया था। पटना शहर में सोमवार को न्यूनतम तापमान 32 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।

मौसम विभाग के वैज्ञानिक आनंद शंकर ने पश्चिम दिशा से आने वाली हवा से 21-22 जून को अच्छी बारिश की संभावना जताते हुए बताया कि बिहार के उत्तरी भाग में मध्यम वर्षा और दक्षिण-पश्चिम क्षेत्र में हुई हल्की बारिश के मद्देनजर उत्तर बिहार में लू में कमी और दक्षिण-पश्चिम क्षेत्र और दक्षिण-मध्य क्षेत्र में कुछ जिलों में आज और कल लू की स्थिति बनी रहने की संभावना बनी रहेगी तथा अगले पांच दिनों के मौसम पूर्वानुमान के अनुसार बारिश की संभावना बनी हुई है।

लू को देखते हुए गया, गोपालगंज, सीतामढ़ी सहित कई जिलों में धारा 144 लागू कर दी गई है। वहीं, श्रम विभाग के आदेश के मुताबिक कोई भी श्रमिक सुबह 11 बजे से शाम 4 बजे तक काम नहीं करेगा।