ओल्ड ट्रैफर्ड पर बाद में बैटिंग करने वाली टीम रही है फायदे में
मेनचेस्टर: भारत और पाकिस्तान की टीमें आईसीसी वर्ल्ड कप 2019 के एक अहम मुकाबले में रविवार (16) जून को मैनचेस्टर के ऐतिहासिक ओल्ड ट्रैफर्ड मैदान में भिड़ेंगी। इस मैदान पर इन दोनों के बीच ये दूसरी वर्ल्ड कप भिड़ंत होगी। इससे पहले भारत ने 1999 वर्ल्ड कप में इसी मैदान पर पाकिस्तान को 47 रन से मात दी थी।
ओल्ड ट्रैफर्ड इंग्लैंड के ऐतिहासिक मैदानों में से एक है। यहां पहला टेस्ट मैच इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के बीच 1884 में खेला गया था, जबकि पहला वनडे 1972 में इन्हीं दोनों टीमों के बीच खेला गया था।
इसके बाद से इस मैदान पर 47 वनडे आयोजित हो चुके हैं, जिनमें से सबसे चर्चित मैच 1999 वर्ल्ड कप में भारत-पाकिस्तान के बीच खेला गया मैच था, जिसे टीम इंडिया ने जीता था।
इस मैदान पर अब तक खेले गए 47 वनडे मैचों के रिकॉर्ड पर नजर डालने पर कई रोचक तथ्य सामने आते हैं।
-ओल्ड ट्रैफर्ड में 40 फीसदी मैच पहले बैटिंग करने वाली टीम ने और 60 फीसदी मैच लक्ष्य का पीछा करने वाली टीम ने जीते हैं।
-इस मैदान पर टॉस जीतने वाली टीम का जीत का प्रतिशत करीब 42 फीसदी तो वहीं टॉस जीतने वाली टीम का हारने का प्रतिशत करीब 58 के करीब रहा है।
-इस मैदान पर टॉस जीतने वाली टीम ने 19 मैच जीते हैं, जबकि 26 हारे हैं, एक मैच बारिश की वजह से रद्द कर दिया गया था।
-यहां हुए 46 मैचों में से टॉस जीतने वाली टीम ने 28 बार पहले बैटिंग का फैसला किया, जिनमें से उसे सिर्फ 10 में जीत हासिल हुई।
-इस मैदान पर पहले बैटिंग करने वाली टीम 18 मैच और लक्ष्य का पीछा करने वाली टीम 27 मैच जीती है।
इन आंकड़ों से पता चलता है कि इस मैदान पर लक्ष्य का पीछा करने वाली टीम ज्यादा फायदे में रही है।
ओल्ड ट्रैफर्ड की विकेट बल्लेबाजों के बजाय गेंदबाजों की ज्यादा मददगार रही है। यहां बल्लेबाजों का कुल औसत 26.05 रहा है, जो इंग्लैंड के किसी मैदान से कम है।
मैनचेस्टर में रविवार को पूरे दिन बादल छाए रहने और हल्की बारिश का अनुमान है, जिससे परिस्थितियां तेज गेंदबाजों के लिए ज्यादा अनुकूल रहेंगी। ऐसे में टीम इंडिया कुलदीप यादव की जगह तीसरे पेसर के रूप में मोहम्मद शमी को उतार सकती है।