केरल पहुंचा मानसून
नई दिल्ली : मानसून केरल तट तक पहुंच गया है, जिसका देश के विभिन्न हिस्सों में भीषण गर्मी से सामना कर रहे लोगों को लंबे समय से इंतजार था। केरल में मानसून लगभग एक सप्ताह की देरी से पहुंचा है, जिससे गर्मी से झुलस रहे देश के अन्य हिस्सों में भी राहत की उम्मीद जगी है, जहां बीते कुछ दिनों में पारा 50 डिग्री सेल्यिस को भी पार कर गया।
मौसम विभाग ने शनिवार को केरल में पहुंचने का आधिकारिक ऐलान किया, जिसके साथ ही लगभग चार महीने तक होने वाले बारिश के मौसम का आगाज हो गया। केरल के कई हिस्सों में शनिवार को भी अच्छी बारिश हुई। मानसून के दस्तक देने से न केवल लोगों को गर्मी से राहत मिलने की उम्मीद जगी है, बल्कि यह कृषि कार्यों के लिए भी बेहद मुफीद है, क्योंकि ग्रामीण भारत में कृषि कार्य काफी हद तक बारिश के पानी पर ही निर्भर हैं और देश के पश्चिमी व दक्षिणी हिस्सों में कई स्थानों पर जलाशयों का पानी निचले स्तर तक पहुंच गया है।
केरल में मानसून से भारत के अन्य हिस्सों में भी लोगों ने राहत की सांस ली है, जिन्हें अपने इलाकों में भी मानसून के देर-सबेर दस्तक देने की उम्मीद है। पिछले दिनों में राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली सहित उत्तर भारत के कई इलाकों में तापमान 45 डिग्री सेल्यिस को पार कर गया था, जबकि राजस्थान के चुरु में यह 50 डिग्री सेल्सियस से भी अधिक हो गया था।
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में मानसून के आने में हालांकि अभी तकरीब तीन सप्ताह की देरी है। आम तौर पर यहां 29 जून को मानसून पहुंचता है। आईएमडी ने हालांकि गुरुवार को ही कहा था कि यहां मानसून पहुंचने में एक-दो दिनों की देरी हो सकती है। वहीं, स्काईमेट के अनुसार, इसमें एक सप्ताह तक की देरी हो सकती है। मौसम विभाग ने राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली सहित पश्चिमोत्तर भारत में सामान्य मानसून होने के आसार जताए हैं।