गुडनाइट-गोदरेज सिक्योरिटी सॉल्यूशंस ने 3000 बच्चों को स्वास्थ्य और आत्मरक्षा के राजदूत के रूप में किया प्रशिक्षित
बच्चों के लिए सुरक्षित भारत के प्रमुख मच्छर भगाने वाले ब्रांड, गुडनाइट, और गृह सुरक्षा विशेषज्ञ कंपनी गोदरेज सिक्योरिटी सॉल्यूशंस ने बाल सुरक्षा सप्ताह (3 से 9 जून) के अवसर पर स्वास्थ्य और सुरक्षा जोखिमों के बारे में भारतीय बच्चों के बीच जागरूकता बढ़ाने का बीड़ा उठाया है।
संयुक्त राष्ट्र के आंकड़ों के अनुसार, भारतीय आबादी में लगभग 40 प्रतिशत संख्या बच्चों की है, जिनमें से लगभग 29 मिलियन बच्चे अनाथों की जिंदगी जीने पर मजबूर हैं। विभिन्न विशेषज्ञों का निष्कर्ष है कि जागरूकता की कमी एक प्रमुख कारण है, जिससे बच्चे वेक्टर जनित बीमारियों का शिकार बन जाते हैं और इस तरह अपना जीवन खतरों में डालते हैं। गोदरेज सिक्योरिटी सॉल्यूशंस और गुडनाइट दोनों का उद्देश्य बच्चों के बचपन को कायम रखते हुए वेक्टर जनित बीमारियों से उनकी व्यक्तिगत सुरक्षा करना और उनके जीवन पर मंडराते स्वास्थ्य संबंधी जोखिमों को रोकने के लिए उन्हें सशक्त बनाना है। इस दिशा में विशेषज्ञ इनडोर गतिविधियों का जोर देते हैं, हालांकि इनके मजेदार होते हुए भी ये गतिविधियां बच्चों के लिए हानिकारक हो सकती हंैं, क्योंकि इनसे बच्चों का पर्याप्त शारीरिक और मानसिक विकास नहीं हो पाता है। दूसरी तरफ, घर की चारदीवारी से बाहर जाकर खेलने से बच्चों की समझ बढती है और उनका सामाजिक तथा भावनात्मक होता है। इसलिए यह सुनिश्चित करना माता-पिता और संस्थानों की जिम्मेदारी है कि मच्छर और वेक्टर जनित बीमारियां बच्चों के बाहरी माहौल में खेलकूद संबंधी गतिविधियों में बाधा न पहुंचाएं, जो कि उनके समग्र विकास और विकास के लिए आवश्यक हैं। अपने जीवन से जुडे सुरक्षा और स्वास्थ्य संबंधी जोखिमों से निपटने के लिए बच्चों में जागरूकता बढ़ाने की दिशा में पहला कदम उठाते हुए दोनों ब्रांडों ने मुंबई में संस्थागत घर आश्रयों के 3000 अनाथ बच्चों के लिए स्वास्थ्य और आत्मरक्षा संबंधी कार्यशालाओं का आयोजन किया। इन कार्यशालाओं में स्वास्थ्य और सुरक्षा राजदूतों के रूप में प्रशिक्षित किए गए बच्चे अब अपने दोस्तों के बीच जानकारियों को साझा करेंगे और इस तरह एक स्वस्थ और सुरक्षित देश के निर्माण की राह को प्रशस्त करेंगे। कार्यशाला के दौरान बच्चों को घरों में और उनके आस-पास फैलने वाले वेक्टर संक्रमणों को कम करने की दिशा में उठाए जाने वाले कदमों की जानकारी दी गई। साथ ही, मार्शल आर्ट विशेषज्ञों ने किसी भी सुरक्षा जोखिम के मामले में बच्चों को सतर्क रहने और आत्मरक्षा की तकनीकों को अपनाने के बारे में प्रशिक्षित किया। गोदरेज कंज्यूमर प्रोडक्ट्स लिमिटेड (जीसीपीएल) के सीईओ – इंडिया एंड सार्क श्री सुनील कटारिया ने बच्चों की जिंदगी पर मंडरातेे स्वास्थ्य संबंधी जोखिमों के बारे में अपने दृष्टिकोण को साझा करते हुए कहा, ‘‘यह समझते हुए कि मलेरिया और डेंगू के खतरे के बारे में जागरूकता पैदा करना आज के वक्त की जरूरत है, हमने इन रोगों की व्यापकता का अनुमान लगाने के लिए एक सर्वे का आयोजित किया। रिपोर्ट से पता चला कि 76 प्रतिशत माता-पिता सोचते हैं कि बच्चे वेक्टर जनित बीमारियों की चपेट में हैं। वार्षिक मॉनसून वर्षा के दौरान और बाद में आमतौर पर मच्छर जनित बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। इस जून में, हम 3000 बच्चों को पूरी तरह से तैयार करते हुए और मलेरिया और डेंगू के खतरे से बचाने के लिए उन्हें सक्षम करके बाल सुरक्षा सप्ताह मना रहे हैं। एक जागरूक कॉर्पोरेट के रूप में, यह न केवल हमारा कर्तव्य है, बल्कि हमारे बच्चों के लिए जोखिम पैदा करने वाली बीमारियों के उन्मूलन के प्रति हमारी जिम्मेदारी को भी दर्शाता है।‘‘