प्रकृति का संरक्षण हमारी संस्कृति का महत्वपूर्ण अंग
मुख्यमंत्री ने अपने सरकारी आवास के प्रांगण में रुद्राक्ष तथा बेल के पौधे रोपित किये
लखनऊ:उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि पर्यावरण संतुलन स्थापित करने में वृक्षों की महत्वपूर्ण भूमिका है। शुद्ध वातावरण के लिये आवश्यक है कि अधिक से अधिक वृक्षारोपण किया जाए। मानव एवं प्रकृति एक दूसरे के पूरक हैं। हम प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष रूप से प्रकृति पर आश्रित हैं। प्रकृति के बिना हमारा अस्तित्व सम्भव नहीं। प्रकृति का संरक्षण हमारी संस्कृति का महत्वपूर्ण अंग है। धरती को हरा-भरा रखने एवं पर्यावरण संवर्धन के प्रति लोगों को जागरूक किया जाना आवश्यक है।
मुख्यमंत्री आज विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर अपने सरकारी आवास पर आयोजित पौधारोपण कार्यक्रम को सम्बोधित कर रहे थे। इस अवसर पर उन्हांेने प्रांगण में रुद्राक्ष तथा बेल के पौधे रोपित किये। उन्होंने वन विभाग द्वारा किये जा रहे कार्याें की सराहना की। उन्होंने कहा कि इस वर्ष विश्व पर्यावरण दिवस की थीम ‘वायु प्रदूषण से मुक्त वातावरण’ अत्यन्त सार्थक है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश को हरा-भरा कर प्रदूषण मुक्त करने के लिए आवश्यक है कि सरकार के साथ-साथ निजी क्षेत्रों की सहभागिता भी सुनिश्चित हो, ताकि इस वर्ष प्रदेश में 23 करोड़ पौधों को रोपित करने का लक्ष्य पूरा किया जा सके। उन्होंने कहा कि मानव जीवन को सतत् स्वस्थ और सुखी बनाने के लिए प्रकृति तथा पर्यावरण का संरक्षण आवश्यक है। अच्छे वातावरण में ही जीवों का बेहतर विकास हो सकता है। वृक्षारोपण के माध्यम से ही हम आने वाली पीढ़ी को बेहतर वातावरण दे सकते हैं।