बेंगलुरू: पुणे प्राइड की टीम ने अंतिम मिनट में अपनी बढ़त को कायम रखते हुए यहां खेले गए पारले-इंडो इंटरनेशनल प्रीमियर कबड्डी लीग (आईपीकेएल) के पहले संस्करण के पहले सेमीफाइनल मैच में सोमवार को चेन्नई चैलेंजर्स को रोमांचक मैच में 39-34 से हराकर फाइनल में प्रवेश कर लिया।

फाइनल में पुणे प्राइड का सामना बेंगलोर राइनोज और दिलेर दिल्ली के बीच होने वाले दूसरे सेमीफाइनल की विजेता टीम से होगा।

पुणे प्राइड ने चार क्वार्टरों के इस पहले सेमीफाइनल मैच में चेन्नई चैलेंजर्स को 14-6, 6-9, 4-14, 15-5 से हराकर फाइनल खेलने का गौरव हासिल कर लिया।

विजेता पुणे के लिए अमरजीत सिंह ने सर्वाधिक 13 जबकि चेन्नई के लिए ईलायाराजा ने सर्वाधिक 16 अंक लिए।

लीग के पहले सेमीफाइनल के पहले क्वार्टर में पुणे की टीम पहले कुछ मिनट तक 4-0 से आगे थी। इसके बाद उसने चेन्नई को आॅलआउट करके पांच अंक हासिल कर लिए और उसका स्कोर 9-0 हो गया।

पुणे ने यहां से लगातार अंक जुटाते हुए आठ अंकों की बढ़त के साथ पहला क्वार्टर 14-6 से अपने नाम कर लिया। इस क्वार्टर में अमरजीत सिंह ने पुणे के लिए रेड से पांच जुटाए।

दूसरे क्वार्टर में पहले पांच मिनट तक पुणे के पास आठ अंकों की बढ़त कायम थी और उसका स्कोर 18-8 था। लेकिन इसके बाद लीग चरण में जोन-बी में दूसरे नंबर पर रहने वाली चेन्नई ने पुणे को आॅलआउट कर दिया और तीन अंक जुटा लिए।

लेकिन पुणे की टीम अभी भी चार अंकों से आगे थी और उसका स्कोर 18-14 था। पुणे ने पांच अंकों की बढ़त कायम रखते हुए 20-15 से दूसरा क्वार्टर भी जीत लिया। पुणे की टीम इस क्वार्टर में छह अंक ही ले पाई जबकि चेन्नई ने नौ अंक अर्जित किए।

मैच के तीसरे क्वार्टर में ऐसा लग रहा था कि चेन्नई की टीम बराबरी हासिल कर लेगी और उसने वैसा ही किया। चेन्नई ने इस क्वार्टर में आठवें मिनट में पुणे को आॅलआउट कर तीन अंक लेकर स्कोर 26-24 कर दिया।

चेन्नई ने पांच अंकों की बढ़त लेकर 29-24 के साथ इस क्वार्टर की समाप्ति की। चेन्नई ने तीसरे क्वार्टर में दमदार खेल दिया, जिसकी बदौलत उसे 14 अंक मिले जबकि पुणे मात्र चार अंक ही प्राप्त कर पाई।

चौथे और अंतिम क्वार्टर में पुणे ने फिर 29-29 से बराबरी हासिल कर ली। इसके बाद उसने चेन्नई को आॅलआउट करके तीन अंक हासिल कर लिया, जिससे उसका स्कोर 33-31 हो गया।

मैच समाप्त होने में एक मिनट का समय बचा था और पुणे के पास दो अंकों की बढ़त थी तथा उसका स्कोर 35-33 था। लेकिन टीम ने यहां सुपर रेड के जरिए तीन अंक और हासिल कर अपनी बढ़त को पांच अंकों तक पहुंचा दिया और उसने 39-34 से मैच जीतकर फाइनल खेलने का गौरव हासिल कर लिया।