नई दिल्ली: मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल की शुरुआत हो चुकी है। पीएम मोदी ने अपने मंत्रिमंडल में कई फेरबदल किए हैं। उसी प्रकार उनके ब्यूरोक्रेट की टीम में भी कई बदलाव देखने को मिल सकते हैं। पीएम मोदी की ब्यूरोक्रेसी टीम के कई अधिकारियों का कार्यकाल इस साल पूरा हो रहा है। ऐसे में कई नए अधिकारियों को जगह मिल सकती है। इसमें प्रमुख नाम राजीव गौबा का है। उन्हें पी के सिन्हा के स्थान पर अगला कैबिनेट सचिव नियुक्त किया जा सकता है। सिन्हा का चार साल का कार्यकाल 12 जून को समाप्त हो रहा है।

सबसे वरिष्ठ नौकरशाहों में से एक गौबा केंद्र सरकार के साथ ही झारखंड और बिहार सरकारों में विभिन्न पदों पर काम कर चुके हैं। गृह सचिव के रूप में उनके दो साल का कार्यकाल 31 अगस्त को पूरा होगा। इस संबंध में जानकारी रखने वाले एक अधिकारी ने कहा कि पूरी संभावना है कि गौबा अगले कैबिनेट सचिव होंगे।

कैबिनेट सचिव का पद देश की नौकरशाही में शीर्ष पद है। अगर 1982 बैच के झारखंड कैडर के आईएएस अधिकारी गौबा को कैबिनेट सचिव नियुक्त किया जाता है तो उनका कार्यकाल दो साल का होगा। इसे आगे दो वर्षों के लिए बढ़ाया जा सकता है।

सिन्हा को पहली बार 2015 में दो साल के लिए नियुक्त किया गया था। उन्हें 2017 और 2018 में एक एक वर्ष का विस्तार दिया गया। सिन्हा के दोनों पूर्ववर्तियों – अजीत कुमार सेठ और के एम चंद्रशेखर – ने भी चार चार साल तक इस पद पर काम किया था।

जिन अधिकारियों का कार्यकाल पूरा हो रहा है उसमें प्रमुख नाम राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल और पीएम मोदी के चीफ सेक्रेटरी नृपेंद्र मिश्रा का है। माना जा रहा है कि पीएम मोदी इन दोनों अधिकारियों का कार्यकाल बढ़ाएंगे। हालांकि इसके बावजूद मोदी के ब्यूरोक्रेट की टीम से 15-20 अधिकारियों का जाना तय है।