संकट में तेजस्वी को मिला भाई का साथ
तेज प्रताप ने राहुल को भी दी अध्यक्ष पद पर बने रहने की सलाह
पटना: लोकसभा चुनाव-2019 में बिहार में राष्ट्रीय जनता दल (RJD) को मिली हार के बाद तेजस्वी यादव के नेतृत्व पर चौतरफा सवाल उठ रहे हैं। इन सवालों का जवाब देते हुए आज (28 मई) तेज प्रताप यादव ने कहा है कि जिन लोगों को तेजस्वी यादव के नेतृत्व पर कोई भी शक है वो RJD छोड़कर जा सकते हैं। बिहार में RJD एक भी सीट जीतने में सफल नहीं हो पाई है। सिर्फ कांग्रेस बिहार में एक सीट जीत पाई है। वहीं, NDA ने बिहार की 40 सीटों में 39 सीट पर जीत दर्ज की है।
तेज प्रताप ने ट्वीट कर कहा, जिसको तेजस्वी के नेतृत्व पर कोई भी शक है वो राजद पार्टी छोड़ दे। इसके साथ ही तेज प्रताप ने राहुल गांधी को कांग्रेस अध्यक्ष पद से इस्तीफा ना देने की सलाह दी है। तेज प्रताप ने ट्वीट कर लिखा, 'कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी जी का मैं समर्थन करता हूँ। उन्हें पार्टी अध्यक्ष पद पर बने रहते हुए सामने आए हुए चुनौतियों का सामना करना चाहिए। देश को आपके जैसे युवा नेतृत्व की जरूरत है।'
RJD पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रघुवंश प्रसाद सिंह ने भी हार का ठीकरा तेजस्वी यादव व तेजप्र ताप यादव की लड़ाई पर फोड़ा है। राजद के वरिष्ठ नेता नेता रघुवंश प्रसाद सिंह ने कहा कि लालू यादव के छोटे बेटे तेजस्वी यादव और बडे़ बेटे तेज प्रताप यादव के बीच के विवाद के कारण पार्टी को भारी नुकसान हुआ है। तेज प्रताप के विरुद्ध पार्टी को कार्रवाई करनी चाहिए।
रघुवंश सिंह ने कहा कि सवर्ण आरक्षण पर हमारा विरोध ठीक नहीं था। उन्होंने दावा किया कि गरीब सवर्णों को आरक्षण देना हमारे एजेंडे में शामिल था, बावजूद इसके राज्यसभा में इसकी मुखालफत हमें भारी पड़ा। उन्होंने कहा कि लोग प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के झांसे में आ गए, इसलिए एनडीए को इतनी सीटें आई हैं। हालांकि उन्होंने कहा कि वे चुनाव जरूर हार गए हैं, मगर जनता की समस्याओं को लेकर हमारा जन-आंदोलन जारी रहेगा।