NDA के नेता चुने गए मोदी, बोले-सत्ता भाव भारत का मतदाता स्वीकार नहीं करता
नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव के परिणाम आने के बाद शनिवार की शाम को बीजेपी संसदीय दल की बैठक हुई. इस बैठक में सभी ने सर्वसम्मति से नरेंद्र मोदी को औपचारिक तौर पर बीजेपी संसदीय दल का नेता चुना गया. नरेंद्र मोदी को एनडीए दल का नेता चुने जाने पर पार्टी के अध्यक्ष अमित शाह ने नरेंद्र मोदी को बधाई दी. बता दें कि इससे पहले शिरोमणि अकाली दल के नेता प्रकाश सिंह बादल ने पार्टी की ओर से इस प्रस्ताव समर्थन किया.एनडीए दल के नेता चुने जाने के लिए संसद भवन के सेंट्रल हॉल में एनडीए दलों की बैठक बुलाई गई थी. इस मौके पर एनडीए में शामिल दलों ने भी नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री पद के लिए समर्थन किया. समर्थन करने वालों में अकाली दल के नेता प्रकाश सिंह बादल, जेडीयू के नेता नीतीश कुमार, एलजेपी के नेता रामविलास पासवान, एआईएडीएमके आदि दल शामिल थे.
इस मौके पर पीएम मोदी ने संसदीय दल को संबोधित करते हुए कहा कि मैं सबसे पहले तो हृदय से आप सबका आभार व्यक्त करता हूं. बीजेपी ने संसदीय दल के नेता के रूप में सर्वसम्मति से मुझे चुना. एनडीए के भी सभी सासंदों ने व सभी दलों ने भी इसका समर्थन किया. औऱ इसके लिए मैं आपका हृदय से बहुत-बहुत आभारी हूं. यह हमारे सेंट्रल हॉल की यह घटना असमान्य घटना है. हम आज नए भारत के हमारे संकल्प को एक नई ऊर्जा के साथ आगे बढ़ाने के लिए यहां से एक नई यात्रा का आरंभित करने वाले हैं. देश की राजनीति में जो बदलाव आया है, अपने अपने स्तर पर आप सभी ने इसका नेतृत्व किया है. आप सभी इस बदलाव के प्रक्रिया के साक्षी भी हैं. आप सभी अभिनंदन के अधिकारी हैं.
पीएम मोदी ने कहा कि मैं विशेष रूप से जो पहली बार चुनकर के आए हैं वह विशेष अभिनंद के अधिकारी हैं. मैं उनको अनेक अनेक शुभकामनाएं देता हूं. पूरा विश्व का ध्यान भारत के इस चुनाव में था. यह चुनाव इतना बड़ा होता है कितना व्यापक होता है. इसकी व्यवस्था कैसी होती है यह विश्व के लिए एक अजूबा है. इस काम को चुनाव आयोग ने ,राज्यों के चुनाव आयोग ने, सरकार से संबंधित सभी छोटे मोटे अधिकारी, सुरक्षाबल इन सब के कठोर परिश्रम का कालखंड होता है. मैं सभी को धन्यवाद करता हूं.इस अवसर पर भारत में तो चुनाव अपने आप में एक उत्सव था, मतदान भी अनेक रंगो से रंगा हुआ था लेकिन विजयउत्सव उससे भी ज्यादा शानदार था. न सिर्फ भारत में लेकिन पूरे विश्व में फैले भारतीय ने भारत के इस विजय उत्सव में जिस तरह से बढ़चढ़कर हिस्सा लिया है. यह भी अपने आपमें हम सबके लिए गर्व का अवसर है. साथियों प्रचंड जनादेश, जिम्मेदारियों को भी बहुत बढ़ा देता है. और जिम्मेदारियों को हम स्वीकार करने के लिए निकले हुए हैं. हम उसके लिए नई ऊर्जा और उमंग के साथ आगे बढ़ना है.
पीएम मोदी ने कहा कि हमें भारत के लोकतंत्र को समझना होगा. दिन ब दिन भारत का लोकतंत्र इतना परिपक्व होता चला गया है कि आज हम कह सकते हैं कि सत्ता और सत्ता का रुतबा, भारत के मतदाता को कभी प्रभावित नहीं करता है. सत्ता भाव न भारत का मतदाता स्वीकार करता है न ही उसे पचा पाता है. इस देश की विशेषता है कि बड़े से बड़े सत्ता सामर्थ के सामने भी सेवा भाव को सिर झुका कर स्वीकार करता है. और इसलिए चाहे हम बीजेपी से आए हो या एनडीए से आए हों जनता ने हमें स्वीकार किया है सेवाभाव के कारण.सत्ता के गलियारों में रहने के कारण भी सत्ता भाव से आलिप्त रहना इसके लिए हमें तैयार रहना पड़ता है. जीव मात्र की सेवा शिव की सेवा से कम नहीं है. यह सेवा भाव हमारे लिए और देश के उज्जवल भविष्य के लिए भी इससे बड़ा कुछ नहीं हो सकता है.
उन्होंने कहा कि आज एनडीए के भी सभी वरिष्ठ साथियों ने भी आशीर्वाद दिया है. आप सबने मुझे नेता के रूप में चुना है. मैं इसे एक व्यवस्था का हिस्सा मानता हूं. मैं भी बिल्कुल आपमें से एक हूं आपके बराबर हूं. और हमें कंधे से कंधा मिलाकर चलना है. एनडीए की यह ताकत है. लेकिन अगर कुछ गलत हो भी जाए कि एक सर ऐसा चाहिए जो ये सब झेले ताकि कंधे सलामत रहे. मैं आपके विश्वास पर जरूर खरा उतरूंगा. इस चुनाव में बहुत बड़ी विशेषता है. कहा जाता है कि चुनाव बांट देता है. दूरियां बढ़ा देता है लेकिन 2019 के चुनाव ने दीवारों को तोड़ने का काम किया है. 2019 के चुनाव ने दिलों को जोड़ने का काम किया है. 2019 का चुनाव एक प्रकार से समाजिक एकता आंदोलन बन गया है. समता भी ममता भी, समभाव भी और मनभाव भी. इसने इस चुनाव को नई ऊंचाई दी है. देश की जनता ने एक नए युग का आरंभ किया है. हम इसके साक्षी हैं. कई लंबे अर्से के बाद आम तौर पर हमारे देश में एक मूड बना. चुनाव आया है किसी को वोट देना है, ताकि कोई काम करें. इस बार देश भागीदार बना है. सिर्फ उसने 2014 में हमें बिठाया था नहीं 2014 से 2019 तक हमें चलाया भी है. 2014 से 19 वो भी हमारे साथ चला है. कभी कभी हमसे दो कदम आगे चला है. 2014-19 से उसने भागीदारी की.
इस मौके पर भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने कहा कि मैं सबसे पहले मोदी को सर्वसम्मति से चुने जाने के लिए धन्यवाद. मोदी जी का अभिनंदन करता हूं कि जिस प्रकार से उन्होंने 2014 में देश की जनता के सामने अपना संकल्प रखा था. हर वर्ग के लिए काम करने का संकल्प किया था, उन्होंने उस संकल्प को साथ लेते हुए सबका साथ सबका विकास के मंत्र को सार्थक किया है,. वह एक बार फिर देश के पीएम बनने जा रहे हैं. मैं उनको नए टर्म के लिए शुभकामनाएं देता हूं. यह जनादेश हमारे लिए ऐतिहासिक है. बीजेपी के 303 सासंद और एनडीए के 353 सांसद चुनकर आना प्रचंड समर्थन का अभिव्यक्ति है. 1971 के बाद पहली बार कोई पीएम दोबारा स्पष्ट बहुमत के साथ पीएम बनने जा रहे हैं. यह जनादेश का बड़ा पहलू है. चुनाव अभियान से पहले के समय था उस समय बहुत सारे सवाल उठाए जाते थे. हमें पसंद था कि हम पचास फीसदी की लड़ाई रहेंगे औऱ हम बहुमत प्राप्रत करेंगे. आज जब जनादेश आया है तो 17 से ज्यादा राज्यों में हमें 50 फीसदी से ज्यादा वोट प्राप्त हुआ है. देश की जनता ने सभी कोने से पीएम मोदी को बहुमत दिया है.
उन्होंने कहा कि चुनाव के बाद जब पहले पीएम मोदी प्रधानमंत्री बने तब सबको लगा कि कोई भी गरबी घर से उठकर देश का पीएम बन सकता है. मोदी जी ने जिस प्रकार से गुजरात के अंदर विकास की यात्रा को आगे ले गए, पूरा देश उम्मदी करता था कि वह देश को भी आगे लेकर चलेंगे. और पीएम मोदी ने वह देश के स्तर पर भी करके दिखाया है. यही वजह है कि देश की जनता ने एक बार फिर पीएम मोदी और एनडीए को समर्थन दिया है. देश की जनता ने पीएम मोदी पर विश्वास जताया है. देश की जनता नरेंद्र मोदी एक्सप्रीमेंट को अनोमोदित करती है. यह जनादेश देश के 22 करोड़ परिवार जिनके जीवन में एनडीए सरकार ने उजाला भरने का काम किया है. किसी को गैस, किसी को शौचालय तो किसी को घर मिला है. इनको पहले जगह नहीं मिलती थी. पीएम मोदी ने इन 22 करोड़ परिवार के जीवन स्तर को उठाया है. आज इन्ही का आशीर्वाद जनादेश में बदला है. अभी 50 करोड़ लोगों का नंबर आना बाकी है.
अमित शाह ने कहा कि उन्होंने देखा है कि मेरे साथ वाले को गैस,बिजली, शौचालय मिली है अब मोदी आए हैं तो मुझे भी मिलेगा. 1990 से दशक से देश में आतंकवाद का दौर शुरू हुआ. कई घटनाओं ने देश को झगझोर कर रख दिया है. उस समय से जनता को लगता था कि देश की सरकार आतंकवाद के खिलाफ गंभीर नहीं है. जब सबसे पहले सर्जिकल स्ट्राइक हुई उसके बाद देश की जनता को लगा कि यह सरकार घर में घुसकर मार सकती है. हमनें पुलवामा हमले के बाद जब बालाकोट में हमला किया तो देश को लगा कि यह सरकार अपने वीरों की शहादत का बदला लिया. 1990 से देश की सुरक्षा के प्रति जो उपेक्षा की जाती थी वह अब खत्म हो गया है. इस सरकार के लिए देश की सुरक्षा सबसे ऊपर है. हमारे देश के लिए लोकतंत्र के लिए परिवारवाद, जातिवाद औऱ तृष्टिकरण एक श्राप था. पहली बार 2019 के जनादेश में परिवारवाद, जातिवाद औऱ तृष्टिकरण को राजनीति से बाहर निकाल दिया. जनता ने सिर्फ पॉलिटिक्स ऑफ परफॉर्मेंस को सराहा है. जो काम करेगी उसे ही मौका मिलेगा. यह बहुत बड़ी बात है. मोदी जी के बार में इतना कहना चाहता हूं कि उन्होंने 20 साल से एक भी छुट्टी नही ली है. छुट्टी नहीं ली है इतना ही पर्याप्त नहीं है. वह कभी भी आलस में नहीं दिखे. पीएम मोदी ने वोट बैंक की राजनीति से ऊपर उठकर फैसला लिया है. उन्होंने जो फैसले लिए वह सिर्फ जनता के लिए हैं. देश की जनता के मन एक अपेक्षा देखी है कि यह देश हमारा महाशक्ति बनना चाहिए. मैं पूरी आशा करता हूं कि देश की जनता ने मोदी जी को दो दूसरा टर्म दिया है, उसमें भारत एक नई शक्ति बनकर उभरेगा.