संस्कृति विश्वविद्यालय ने किया यूनिवर्सिटी ऑफ सिटी आइलैंड, साइप्रस से मिलाया हाथ
मथुरा: संस्कृति विश्वविद्यालय ने भारत एवं कई अंतर राष्टीय विश्वविद्यालयों के साथ शिक्षा एवं शोध को बढ़ावा देने के लिए कई समझौतों पर हस्ताक्षर किये हैं ! इसी श्रृंखला में गत सप्ताह संस्कृति विश्वविद्यालय ने यूनिवर्सिटी ऑफ सिटी आइलैंड के साथ द्विपक्षीय ऍम ओ यू पर हस्ताक्षर किया है।
इस ऍम ओ यू के हस्ताक्षर होने के बाद संस्कृति विश्वविद्यालय के छात्रों एवं छात्राओ को यूनिवर्सिटी ऑफ सिटी आइलैंड के साथ अकादमिक एवं शोध के क्षेत्र में नए अवसर मिलेंगे। इस एम ओ यू पर दस्तखत कर दोनों विश्व विद्यालयों के उच्च पदाधिकारियों ने शैक्षणिक प्रक्रियाओं तथा शोध के क्षेत्र में नए आयाम स्थापित करने की दृढ़ प्रतिज्ञता पर अपनी मुहर लगा दी है।
द्विपक्षीय एम ओ यू पर यूनिवर्सिटी ऑफ सिटी आइलैंड, साइप्रस की और से प्रेजिडेंट ने और संस्कृति विश्वविद्यालय की और से श्री पी सी छाबड़ा, एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर ने हस्ताक्षर किये।
इस अवसर पर कुलाधिपति श्री सचिन गुप्ता ने हर्ष व्यक्त करते हुए कहा कि शिक्षा एवं शोध पर ज़ोर देने की परम्परा संस्कृति विश्वविद्यालय में पूर्णतया स्थापित हो चुकी है। इस कड़ी में संस्कृति विश्वविद्यालय ने राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय विश्वविद्यालयों से ऍम ओ यू करके अपने अकादमिक एवं शोध गतिविधियों को नयी दिशा एवं ऊर्जा प्रदान की है। विश्वविद्यालय प्रशासन शिक्षा, शोध एवं अन्वेषण के क्षेत्रों में नै ऊंचाइयों को प्राप्त करने के लिए दृढ़ प्रतिज्ञ है तथा छात्र, छात्रों तथा अकादमिक सदस्यों को विश्व स्तरीय सुविधाएँ प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है। अंतरराष्ट्रीय विश्वविद्यालों के साथ समझौता करने से विभिन्न नये पाठ्यक्रमों तथा नए शोध कार्यक्रमों को नए आयाम स्थापित करने का मौका मिलेगा।
उप कुलाधिपति श्री राजेश गुप्ता ने कहा की संस्कृति विश्वविद्यालय ने कई भारतीय एवं अन्तर राष्ट्रीय के साथ समझौता करके भारत के अग्रणी विश्वविद्यालयों में अपनी पहचान बना चुकी है। इस एम ओ यू की वजह से
छात्र, छात्रों तथा अकादमिक सदस्यों को विदेश में ज्ञानोपार्जन, शोध, एवं अन्वेषण करने का मौका मिलेगा तथा अपने करियर को एक नयी ऊँचाई देने का मौका मिलेगा।
एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर श्री पी सी छाबड़ा ने ख़ुशी व्यक्त करते हुए बताया कि इस समझौते के तहत दोनों विश्वविद्यालय छात्रों के अकादमिक आदान प्रदान, संकाय सदस्यों के आदान प्रदान, प्रशासनिक कर्मियों के आदान प्रदान, संकाय सदस्यों के द्वारा संयुक्त शोध एवं अनुसंधान, सेमिनार एवं अकादमिक बैठकों में संकाय सदस्यों के आदान प्रदान, विशेष अल्पकालिक शैक्षणिक कार्यक्रमों के आयोजन, व्यावसायिक विकास कार्यक्रमों, एवं अन्य शैक्षणिक एवं शोध के क्षेत्र में परस्पर सहयोग को द्रुत गति से बढ़ावा मिलेगा।
ओ एस डी श्रीमती मीनाक्षी शर्मा ने हर्ष ज़ाहिर करते हुए कहा की यह समझौता छात्रों एवं संकाय सदस्यों के लिए अवसरों के नए द्वार खोलेगा ताकि वे राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उत्कृष्टता के नए मानक स्थापित कर सकें।
कुलपति प्रोफेसर डॉ. राणा सिंह ने हर्ष पूर्वक कहा कि संस्कृति विश्वविद्यालय ने कई अंतरराष्टीय विश्वविद्यालयों के साथ शिक्षा एवं शोध को बढ़ावा देने के लिए कई समझौतों पर हस्ताक्षर कर भारत के अग्रणी विश्वविद्यालयों में खुद को स्थापित किया है और हमेंशा प्रगति पथ पर अग्रसर है।