मतदान के चरणों में लंबे अंतराल पर सुशासन बाबू ने अंतिम चरण के चुनाव के दिन जताई नाराज़गी
नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव 2019 के लिए रविवार (19 मई) सातवें और आखिरी चरण की वोटिंग जारी है। बिहार की राजधानी पटना में राज्य के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी वोट डालने पहुंचे। मतदान के बाद उन्होंने मीडिया से बातचीत के दौरान इतने लंबे अंतराल तक चुनाव जारी रहने पर भी सवाल उठाए। इसके साथ ही उन्होंने भोपाल से बीजेपी कैंडिडेट साध्वी प्रज्ञा ठाकुर के गोडसे पर दिए बयान पर भी नाराजगी जाहिर की। उन्होंने कहा कि उन पर कार्रवाई करना या नहीं करना बीजेपी का अंदरूनी मामला है लेकिन इस तरह के बयान को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। उन्होंने कहा कि साध्वी प्रज्ञा को बर्खास्त करना चाहिए।
लंबी अवधि तक चुनाव चलने को लेकर नाखुश नीतीश कुमार ने कहा, ‘देश बड़ा है इसलिए मतदान दो से तीन चरणों में हो जाना चाहिए, ज्यादा लंबा नहीं खींचना चाहिए।’ उन्होंने कहा कि वे इस बारे में सर्वदलीय बैठक में बातचीत करेंगे। उल्लेखनीय है कि पहले चरण का मतदान 11 अप्रैल को हुआ था, वहीं सातवें चरण के लिए 19 मई को मतदान जारी है।
‘कम होती है भागीदारी’: नीतीश ने साल 2019 के लोकसभा चुनाव सात चरणों में कराए जाने को परेशानी भरा बताया। उन्होंने कहा कि इस भीषण गर्मी में चुनाव इतने लंबे नहीं खींचने चाहिए। आम चुनावों को दो या तीन चरणों में फरवरी-मार्च में निपटा दिया जाना चाहिए। नीतीश ने कहा कि अप्रैल-मई भीषण गर्मी के महीने होते हैं ऐसे में मतदान प्रक्रिया में लोगों की भागीदारी कम हो जाती है। बता दें देश में लोकसभा चुनाव के नतीजे 23 मई को घोषित किए जाएंगे।
इन सीटों पर होंगे मतदानः नीतीश ने रविवार (19 मई) को पटना में वोट डाला। बता दें कि सातवें चरण में बिहार की आठ सीटों पर मतदान हो रहा है। इनमें नालंदा, पटना साहिब, पाटलिपुत्र, आरा, बक्सर, सासाराम, काराकाट, जहांनाबाद शामिल हैं। इस सीटों से शत्रुघ्न सिन्हा, रविशंकर प्रसाद, अश्विनी कुमार चौबे, मीरा कुमार, मीसा भारती जैसे दिग्गज चुनाव मैदान में हैं।