चुनाव आयोग बंगाल की तरह बनारस पर नज़र क्यों नहीं रखता :मायावती
लखनऊ: लोकसभा चुनाव के सातवें और अंतिम चरण के मतदान से पहले राजनैतिक दलों के नेता एक दूसरे पर निशाना साध रहे हैं। अब बहुजन समाज पार्टी (बसपा) सुप्रीमो मायावती ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के चुनाव क्षेत्र वाराणसी को लेकर शुक्रवार को चुनाव आयोग से सवाल किए हैं।
मायावती ने ट्वीट कर पूछा है कि पीएम नरेंद्र मोदी को वाराणसी में हर हाल में जितवाने की कोशिश में वहां की हर गली-कूचे व घर-घर में जो बाहरी लोगों के माध्यम से पहले लालच और फिर धमकी आदि दी जा रही है, उससे वहां मतदान स्वतंत्र व निष्पक्ष कैसे हो पाएगा? चुनाव आयोग की बंगाल की तरह वाराणसी पर नजर क्यों नहीं है? वाराणसी में 19 मई को मतदान होना है।
बता दें कि मायावती पिछले कई दिनों से पीएम मोदी और बीजेपी पर हमलावर हैं। मायावती ने गुरुवार को कहा था कि देश में जब से लोकसभा चुनाव की घोषणा हुई है तबसे खासकर बंगाल में आए दिन कोई ना कोई खबर जरूर सुर्खियों में रहती है जिसके लिए वहाँ पूरे तौर से बीजेपी और आरएसएस के लोग ही जिम्मेवार हैं। मायावती ने एक बयान में कहा कि खासकर इस चुनाव में जहां तक बंगाल में आये दिन चुनावी हिंसा व बवाल आदि होने का सवाल है तो ऐसा साफ तौर से लगता है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी व अमित शाह के नेतृत्व में उनकी पूरी पार्टी व सरकार ने सोची-समझी रणनीति के तहत ही ममता बनर्जी सरकार को निशाने पर लिया हुआ है। चुनाव में इनको षड्यन्त्र के तहत निशाना बनाया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि यह एक खतरनाक प्रवृत्ति है जो कतई भी उचित व न्यायसंगत नहीं है। मायावती ने कहा कि इससे भी ज्यादा दुःख की बात यह है कि केन्द्र सरकार के दबाव में आकर चुनाव आयोग ने एक दिन पहले वहाँ चुनाव प्रचार पर रोक लगा दी है और वह भी वहाँ आज पीएम की दो रैलियों के बाद। इसकी हमारी पार्टी कडे़ शब्दों में निन्दा करती है।