प्रज्ञा ठाकुर के बयान से सामने आया भाजपा का ‘छद्म राष्ट्रवाद’: प्रमोद तिवारी
लखनऊ: कांगे्रस के वरिष्ठ नेता प्रमोद तिवारी ने कहा है कि मेरी भविष्यवाणी सही साबित हुई है । 13 मई को गोरखपुर में प्रेस कान्फे्रंस में मैने कहा था कि यह चुनाव ‘‘गाँधी बनाम गोंडसे’’ की विचारधारा पर लड़ा गया। एक तरफ कांग्रेस और उसके साथियों ने जहाँ ‘‘महात्मा गाँधी का प्रतिनिधित्व’’ किया है, वहीं भारतीय जनता पार्टी ‘‘गोंडसे की विचाराधारा’’ पर चुनाव लड़ी ।
श्री तिवारी ने कहा है कि आखिर दिल की बात जुबां पर आ ही गयी । भोपाल से भारतीय जनता पार्टी की लोक सभा प्रत्याशी प्रज्ञा ठाकुर ने कहा है कि राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी का हत्यारा नाथूराम गोडसे ‘‘सच्चा देश भक्त’’ था। भारतीय जनता पार्टी वाले उन्हीं के ‘‘वंशज’’ हैं । यह कहकर उन्होंने पूरे राष्ट्र को शर्मिन्दा किया है और स्वतंत्रता संग्राम का अपमान किया है ।
श्री तिवारी ने कहा है कि ‘‘राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी ’’ के हत्यारे को देष भक्त कहना और अपने को उसका वंशज बताना भारतीय जनता पार्टी के ‘‘छद्म राष्ट्रवाद’’ का असली चेहरा है । इस बयान के लिये प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी को पूरे राष्ट्र से क्षमा मांगनी चाहिए, और प्रज्ञा ठाकुर को भारतीय जनता पार्टी से बर्खास्त करें, नहीं तो यही समझा जायेगा कि यह प्रज्ञा ठाकुर का नहीं बल्कि भारतीय जनता पार्टी का अधिकृृत बयान है।
श्री तिवारी ने कहा है कि मांॅ गंगा को धोखा देने वाले, प्रधानमंत्री रहते हुये अयोध्या में भगवान राम की तरफ पांॅच साल तक न देखने वाले, अपने को ‘‘पठान का बच्चा’’ कहने वाले, किसानों को आत्म हत्या के लिये मजबूर करने वाले, नौजवान बेरोजगारों को 45 साल में सर्वाधिक बेरोजगार करने वाले, देश के सर्वाधिक सैनिकों को अपने कार्यकाल में शहीद कराने वाले, वाराणसी संसदीय क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करने वाले और वाराणसी में रहकर भी पुलवामा के तीनों शहीदों के घर न जाने वाले मोदी जी ने देश के जाॅबाॅज और बहादुर सैनिकों की शहादत का अपमान किया है, जबकि श्रीमती प्रियंका गांॅधी जी वाराणसी के अपने एक दिवसीय यात्रा में ही तीनों जगह गयी हैं ।
श्री तिवारी ने कहा है कि राष्ट्रपिता महात्मा गांॅधी को मानने वाले सभी से मेरा विनम्र अनुरोध है कि वे भारतीय जनतापार्टी की लोक सभा प्रत्याशी के इस बयान की कड़ी निन्दा करें, और प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी को इसके लिये संपूर्ण राष्ट्र से माफी मांगने को मजबूर करके राष्ट्रपिता महात्मा गांॅधी जी के प्रति आदर सहित श्रद्धांजलि अर्पित करें ।