मोदी से गंगा मैया अपना आशीर्वाद वापस लेने है: मायावती
वाराणसी: वाराणसी में गुरुवार को गठबंधन की रैली को संबोधित करते हुए मायावती ने गंगा के नाम पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को घेरा। विश्वनाथ धाम कारिडोर के लिए हो रहे कार्यों से विस्थापित लोगों का मामला भी उठाया। सीरगोवर्धन में आयोजित सभा में मायावती ने कहा कि यहां हुए तोड़फोड़ से काफी परिवारों को दुख और तकलीफ हुई है। पीएम मोदी ने गंगा मैया की सफाई का वायदा किया था लेकिन लाखों करोड़ रुपया खर्च होने के बाद भी गंगा निर्मल अौर शुद्ध नहीं हो पायी हैं। इन्होंने गंगा मैया से भी वादाखिलाफी की है। इस बार गंगा मैया इन्हें जरूर सजा देंगी ओर केंद्र की सत्ता से उखाड़ फेकेंगी।
मायावती ने कहा कि गंगा मैया ने 2014 में इन्हें अपना आशीर्वाद दिया था। इन्होंने उनके आशीर्वाद का फायदा नहीं उठाया इसलिए इस बार गंगा मैया उनसे अपना आशीर्वाद वापस लेने जा रही हैं। केंद्र और राज्य दोनों जगह सरकार होने के बाद भी वादाखिलाफी हो रही हैं।
मायावती ने मोदी पर व्यक्तिगत हमला भी किया। मायावती ने कहा कि आखिरी चरण में जहां भी जनसभा हो रही है मोदी को महिलाओं का आदर सम्मान याद आ रहा है। दूसरे की बहन बेटी का आदर संम्मान से पहले अपनी पत्नी का आदर करना चाहिए। मायावती ने कहा कि जो व्यक्ति अपनी पत्नी का आदर नहीं कर सकता, वह दूसरे की बहन बेटी का आदर कैसे कर सकता है। इसका जीता जागता उदाहरण उनकी पत्नी तो हैं ही, बंगाल की मुख्यमंत्री भी हैं, जिन्हें इन्होंने परेशान कर रखा है।
मायावती ने कहा कि बीजेपी बहुत घबराई हुई है। गठबंधन से इनकी नींद उड़ी हुई है। इनकी सरकार जा रही है। 23 मई से इनके बुरे दिन भी बहुत तेजी से आने शुरू हो जाएंगे। मायावती ने कहा कि पीएम मोदी ने अपनी हालत देखकर हमारे गठबंधन पर आरोप लगाने शुरू कर दिये हैं। इनकी हालत खराब है। रिजल्ट आते ही इनकी हालत अौर खराब हो जाएगी।
मायावती ने अपने भाषण की शुरुआत कांग्रेस पर हमले से की। उन्होंने कहा कि आजादी के बाद ज्यादातर इसी पार्टी के हाथों में सत्ता रही। लंबे समय तक सत्ता में रहने के बाद भी न गरीबी दूर हुई, न दलितों को इनसे लाभ मिला। बाबा साहेब ने दलितों अौर पिछड़ों को आगे बढ़ाने के लिए जो जरूरी कानूनी अधिकार दिये थे, उसका लाभ भी नहीं मिल पाया। बाबा साहेब ने कहा था कि अपनी हालत बदलना चाहते हैं तो राज्य अौर केंद्र की सत्ता की चाबी अपने हाथों में लेनी होगी। इसके बाद ही बसपा-सपा अौर अन्य पार्टियां सामने आईं। अगर कांग्रेस ने पूरी इमानदारी के साथ दलितों-पिछड़ों के लिए काम किया होता तो बसपा-सपा बनानी ही नहीं होती।
मायावती ने कहा कि अपनी गलत नीतियों अौर गलत कार्यप्रणाली के कारण भाजपा भी सत्ता से बाहर जा रही है। अब कोई जुमलेबाजी काम नहीं आएगी। प्रधानमंत्री ने दो वादे किये थे, उसका चौथाई हिस्सा भी पूरा नहीं किया है। यह लोग केवल पूंजीपतियों की चौकीदारी में लगे हुए हैं। यहां के किसान बुरी तरह परेशान हैं। बीजेपी के छोड़े गए आवारा पशुअों के कारण इन्हें अौर भी बर्बाद कर दिया है। मायावती ने कहा कि कांग्रेस की तरह हम छह हजार रुपये नहीं सभी को रोजगार का इंतजाम करेंगे।