नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव के दौरान पश्चिम बंगाल में हो रही जमकर हिंसा पर चुनाव आयोग ने बड़ा फैसला लिया है। राज्य में चुनाव प्रचार पर 16 तारीख को ही रोक लग जाएगी। नियम के अनुसार प्रचार 17 तारीख को शाम 5 बजे बंद होता, लेकिन अब ये 16 मई को रात 10 बजे से ही हो जाएगा। पश्चिम बंगाल के 9 संसदीय क्षेत्रों- दम दम, बारासात, बसीरहाट, जयनगर, मथुरापुर, जाधवपुर, डायमंड हार्बर, दक्षिण और उत्तरी कोलकाता में चुनाव का कोई भी प्रचार कल रात 10 से चुनाव के समापन तक नहीं होगा।

चुनाव आयोग ने कहा, यह संभवत: पहली बार है जब ईसीआई ने अनुच्छेद 324 को इस तरीके से लागू किया है, लेकिन यह अराजकता और हिंसा की पुनरावृत्ति के मामलों में अंतिम नहीं हो सकता है जो शांतिपूर्ण तरीके से चुनाव के संचालन को प्रभावित करता है। विद्यासागर की प्रतिमा के साथ की गई बर्बरता पर आयोग को गहरा दुख है। उम्मीद है कि राज्य प्रशासन द्वारा ऐसा करने वालों का पता लगाया जाएगा।

इसके अलावा ADG CID राजीव कुमार को गृह मंत्रालय भेज दिया है। उन्हें कल सबुह 10 बजे गृह मंत्रालय में रिपोर्ट करना है। प्रिंसिपल सेक्रटरी और गृह सचिव को भी हटा दिया गया है। मुख्य सचिव गृह विभाग देखेंगे। आयोग ने चुनावों के अंत तक इन निर्वाचन क्षेत्रों के मतदान क्षेत्रों में शराब और अन्य नशीले पदार्थों की बिक्री पर प्रतिबंध लगाने की भी घोषणा की।

पश्चिम बंगाल में सात चरणों में चुनाव हो रहा है। हर चरण की वोटिंग के दौरान वहां से हिंसा की खबरें आई हैं। लेकिन ये उस समय और बढ़ गई, जब मंगलवार को बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह कोलकाता में रोड शो कर रहे थे। उनके रोड शो के दौरान जमकर हिंसा हुई। अमित शाह ने कहा, 'तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने सहानुभूति बटोरने के लिए ईश्वरचंद्र विद्यासागर की प्रतिमा से छेड़छाड़ की। सीआरपीएफ की सुरक्षा के बिना मैं सकुशल बच कर नहीं निकल सकता था।'

वहीं तृणमूल कांग्रेस ने बुधवार को एक वीडियो जारी किया और आरोप लगाया कि 'भाजपा के गुंडों' ने प्रतिमा को नुकसान पहुंचाया। टीएमसी के एक संसदीय दल ने इस मुद्दे पर चुनाव आयोग से मुलाकात की और अपने दावा के समर्थन में साक्ष्य सौंपे।